ओबामा से मिलने का है मोदी को इंतजार
भविष्य की चुनौतियों से मुकाबले की तैयारियों और साझेदारी की नई इबारत का संकल्प लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम अमेरिका की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए। यात्रा के पहले पड़ाव में संयुक्त राष्ट्र मंच से अपने पहले संबोधन के पूर्व प्रधानमंत्री ने वैश्विक संस्था के ढांचे में जरूरी सुधारों पर जल्द अमल की जरूरत पर जोर दिया।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। भविष्य की चुनौतियों से मुकाबले की तैयारियों और साझेदारी की नई इबारत का संकल्प लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम अमेरिका की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए। यात्रा के पहले पड़ाव में संयुक्त राष्ट्र मंच से अपने पहले संबोधन के पूर्व प्रधानमंत्री ने वैश्विक संस्था के ढांचे में जरूरी सुधारों पर जल्द अमल की जरूरत पर जोर दिया। मोदी ने कहा कि उनकी यह यात्रा अमेरिका के साथ रणनीतिक रिश्तों में नए अध्याय की शुरुआत करेगी। अपनी पहली शिखर मुलाकात से पहले प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की जमकर तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ओबामा से मिलने का उन्हें इंतजार है।
प्रधानमंत्री ने 26-30 सितंबर के अमेरिका दौरे पर रवाना होने से पूर्व जारी वक्तव्य में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की जीवन यात्रा पूरी दुनिया में एक प्रेरणा है जो लोकतंत्र में मौजूद अधिकारों और अवसरों का प्रमाण है। अमेरिका को भारत के विकास में अहम साझेदार करार देते हुए मोदी ने कहा कि शिक्षा, शोध, तकनीक, दक्षता और नव अन्वेषण के क्षेत्र में सहयोग की बहुत संभावनाएं हैं। महत्वपूर्ण है कि दौरे से पहले बुधवार शाम प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में उच्च शिक्षा, ऊर्जा व तकनीक के क्षेत्र में भारत-अमेरिका सहयोग समझौतों को मंजूरी दी गई।
राष्ट्रपति ओबामा और प्रधानमंत्री मोदी के बीच पहली शिखर मुलाकात 29-30 सितंबर को वाशिंगटन में होगी। ओबामा 29 सितंबर को मोदी की मेजबानी में ह्वाइट हाउस में रात्रिभोज देंगे। हालांकि नवरात्र व्रत के कारण पीएम खाना नहीं खाएंगे। प्राइवेट डिनर में सिर्फ नींबू पानी और चाय ही ग्रहण करेंगे। 30 सितंबर को दोनों नेताओं के बीच औपचारिक शिखर वार्ता होगी। मोदी के मुताबिक राष्ट्रपति ओबामा से दोनों देशों के रिश्तों में अब तक हुई प्रगति को आधार बनाते हुए आगे बढ़ने के रास्ते और संबंधों को नए पायदान पर ले जाने को लेकर बात होगी।
पीएम ने जोर दिया कि मूल्यों की समानता, हितों की एकता दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र के बीच मजबूत सहयोग का आधार है।
संयुक्त राष्ट्र मंच पर मोदी
प्रधानमंत्री अपने अमेरिका दौरे के शुरुआती चरण में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें अधिवेशन को संबोधित करेंगे। रवाना होने के पूर्व प्रधानमंत्री ने दुनिया के सामने स्वास्थ्य चुनौती बन रहे इबोला वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारतीय सहयोग का संकल्प जताते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोष में एक करोड़ 20 लाख डॉलर की सहायता को मंजूरी दी।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक एक करोड़ की राशि जहां महासचिव कोष में मदद होगी वहीं 20 लाख डॉलर इबोला वायरस के खिलाफ जरूरी सुरक्षा साजो-सामान की खरीद के लिए दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने यात्रा पूर्व वक्तव्य में कहा कि भारत बहुपक्षीय प्रयासों का हमेशा पक्षधर रहा है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार समेत अन्य सुधारों पर जल्द अमल की वकालत करते हुए कहा कि इसे 21वीं सदी की जरूरतों के मुताबिक बनाने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि भारत अगले बरस संयुक्त राष्ट्र की 70वीं सालगिरह के मौके पर सुरक्षा परिषद समेत अन्य संस्थाओं के विस्तार की पैरवी कर रहा है।
अमेरिका दौरे में पीएम कई सामुदायिक कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे। पीएम न्यूयार्क के मेडिसन स्क्वायर गार्डन में 28 सितंबर को 20 हजार भारतीय-अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करेंगे। वहीं 27 सितंबर की शाम सेंट्रल पार्क में ग्लोबल सिटिजन कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।
इसके अलावा वह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और भारतीय मूल की कैरोलिना की गवर्नर निक्की हेली से भी मुलाकात करेंगे।
कार्यक्रम
25 सितंबर-अमेरिका के लिए रवानगी।
26 सितंबर- न्यूयॉर्क में शहर के मेयर मोदी से मुलाकात करेंगे।
27 सितंबर- सुबह मोदी 9/11 हमले की जगह पर बने स्मारक पर जाएंगे।
27 सितंबर- मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे।
28 सितंबर- मोदी न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वॉयर में 20 हजार इंडियन-अमेरिकन को संबोधित करेंगे।
29 सितंबर- मोदी ओबामा की पहली मुलाकात वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस में निजी डिनर पर होगी।
30 सितंबर- दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत होगी।
इसके अतिरिक्त अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और हिलेरी क्लिंटन से भी मिलेंगे। पीएम मोदी तीन राज्यों के गवर्नरों से भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा 29 सितंबर को ब्रेकफास्ट मीटिंग के दौरान मोदी गूगल, पेप्सिको जैसी नामी कंपनियों के 11 सीईओ से भी बात करेंगे। 30 की सुबह मोदी वॉशिंगटन में लिंकन और मार्टिन लूथर किंग के स्मारक पर भी जाएंगे। इसके अलावा गांधी स्टैचू पर भी श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।
मोदी की इस यात्रा के बहुत अच्छे नतीजों की उम्मीद करते हुए भारत ने कहा है कि इस यात्रा से दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। न्यूयॉर्क व वाशिंगटन की यात्रा के दौरान मोदी पड़ोसी देश श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे, नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला व बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे।
बहरहाल, मोदी का पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं है।
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