Move to Jagran APP

कौन है हेडली की मदद करने वाला लश्कर का साजिद मीर ?

हेडली ने बताया कि मीर सेटेलाइट फोन का इस्‍तेमाल करता है और उसे कम्‍प्‍यूटर व साइबर वर्ल्‍ड की अच्‍छी जानकारी है।

By anand rajEdited By: Published: Mon, 08 Feb 2016 12:34 PM (IST)Updated: Mon, 08 Feb 2016 01:16 PM (IST)
कौन है हेडली की मदद करने वाला लश्कर का साजिद मीर ?

नई दिल्ली। लश्कर ए तोइबा के आतंकी और पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड हेडली ने सोमवार को आतंकी संगठन के बारे में चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि साजिद मीर ने उसकी मदद की, वही उसका कॉन्टेक्ट पर्सन था।

loksabha election banner

ये भी पढ़ेंः मुंबई कोर्ट में हेडली की गवाही, हमले से पहले दो बार हुई थी मुंबई को दहलाने की नाकाम साजिश

डिपोर्ट किए जाने से पहले मुंबई कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हेडली ने अपनी स्वीकारोक्ित में यह बात कही। उसका यह बयान मुंबई में नवंबर 2008 में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई की भूमिका पर उंगली उठाने के लिए अहम है।

ये भी पढ़ेंः हेडली के खुलासे पर क्या बोले किरण रिजिजू

साजिद मीर लश्कर का विदेशी भर्ती करने वाला सदस्य है। वह लश्कर का प्रमुख सदस्य है, जो संगठन के लिए आतंकी शिचिरों को आयोजित करता है। इंटरपोल के अनुसार, मीर 38 साल का पाकिस्तानी मूल का नागरिक है, जो आपराधिक षड्यंत्रों, आतंकवाद और देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने का दोषी है।

हेडली ने बताया कि मीर ने उसे भारत में एक ऑफिस सेट करने के लिए कहा था। इसका मकसद भारत में एक ठिकाना तैयार करना था। हेडली ने भारत में अपना बिजनेस स्थापित करने के लिए पांच साल का वीजा लिया था। मीर की मौजूदा लोकेशन पाकिस्तान के मुरीदके में बताई जा रही है।

ये भी पढ़ेंः मुंबई हमले को लेकर डेविड हेडली ने किये दस बड़े खुलासे

वर्तमान में वह कराची के एक प्रोजेक्ट में शामिल हैं, जिसके तहत भारत में आतंकी हमले करने के लिए कई आतंकी संगठनों ने हाथ मिलाए हैं। हेडली ने एनआईए को 2010 में बताया था कि उसने मीर को पहली बार लाहौर हाई कोर्ट के सामने देखा था। उस वक्त वह जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद के किसी मामले के सिलसिले में वहां गए थे।

लश्कर के एक रमजान ने साजिद का असली नाम से परिचय हेडली से कराया था। लश्कर के शुरुआती सदस्यों में से एक मीर था। वह पहले लश्कर की लाहौर यूनिट का प्रमुख हुआ करता था। हेडली ने बताया कि मीर के पास अलग-अलग नामों से कई पासपोर्ट हैं। एक पासपोर्ट इसाई जाति मसीह के नाम से भी है। वह दुबई, कतर, सीरिया जा चुका है और उसने थाईलैंड में भी अपना ठिकाने बनाने की कोशिश की।

ये भी पढ़ेंः कौन है डेविड हेडली

हेडली ने बताया कि मीर सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल करता है और उसे कम्प्यूटर व साइबर वर्ल्ड की अच्छी जानकारी है। वह ई-मेल आईडी को हैंडल करने में विशेष सावधानी बरतता है। वह बेहद चतुर और सक्षम हैंडलर है। वह हमेशा इस बात का ख्याल रहता है कि मेरी गतिविधियों के बारे में किसी दूसरे हैंडलर को पता चले।

मीर ने एक प्लास्टिक सर्जरी भी कराई है। हालांकि, इसके बाद भी उसके चेहरे में कोई बहुत अधिक फर्क नहीं आया है। मीर को एक बार दुबई में गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन लश्कर के अपने संबंधों के कारण उसे छोड़ दिया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.