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आखिर कौन है ये डेविड हैडली, जिसे भारत आने के लिए बदलना पड़ा था नाम

मुंबई में हुए 26/11 के आतंकी हमले की साजिश में शामिल डेविड कोलमैन हेडली की आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अमेरिका से गवाही चल रही है। अमेरिकी कोर्ट ने उसे 35 वर्षों की ही सजा दी है। उसके ऊपर मुंबई पर हमले की साजिश रचने का आरोप है। यह काम

By Kamal VermaEdited By: Published: Mon, 08 Feb 2016 08:14 AM (IST)Updated: Mon, 08 Feb 2016 10:57 AM (IST)
आखिर कौन है ये डेविड हैडली, जिसे भारत आने के लिए बदलना पड़ा था नाम

नई दिल्ली। मुंबई में हुए 26/11 के आतंकी हमले की साजिश में शामिल डेविड कोलमैन हेडली की आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अमेरिका से गवाही चल रही है। अमेरिकी कोर्ट ने उसे 35 वर्षों की ही सजा दी है। उसके ऊपर मुंबई पर हमले की साजिश रचने का आरोप है। यह काम उसने आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के साथ मिलकर किया था। इस आतंकी साजिश को अंजाम देने से पहले उसने पांच बार मुंबई की यात्रा की थी। डेविड हैडली का करेक्टर शुरुआत से ही काफी सवालों से घिरा रहा है। उसको एक अय्याश आदमी और एक आतंकी के तौर पर जाना जाता है। आईए जानते हैं कि डेविड हैडली के बारे में

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एक डिप्लोमेट का बेटा है हैडली

हेडली शिकागो का पाकिस्तानी अमेरिकी नागरिक है जिसने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर 2008 के मुंबई आतंकी हमलों और अन्य आतंकी गतिविधियों की साजिश रची थी। दाऊद गिलानी उर्फ डेविड कोलमैन हेडली का जन्म 30 जून, 1960 को वॉशिंगटन में हुआ था। उसके पिता सैयद सलीम गिलानी वॉइस ऑफ अमेरिका में काम करने के साथ एक डिप्लोमेट भी थे, जो कि कुछ समय के लिए वॉशिंगटन के पाक दूतावास में रहे थे। उसकी मां मैरीलैंड में पैदा हुई एलिस शेरिल हेडली थी, जिन्होंने परिवार के लाहौर में बसने के बाद पति को तलाक दे दिया था। इसके बाद उसकी मां अपने बच्चों को पाकिस्तान में ही छोड़कर वापस अमेरिका आ गई, जहां उसने चार शादियां की। हैडली का शुरुआती नाम दाऊद सैय्यद गिलानी था जिसको बाद में उसने बदल लिया था।

पाक पीएम के नजदीकी रहे हैं हैडली के भाई-बहन

वर्ष 2002 से 2005 के बीच हेडली ने पाकिस्तान में आतंकवादी प्रशिक्षण लेने के लिए कई बार पाकिस्तान का दौरा किया था। पाकिस्तान भागने की कोशिश करने के दौरान उसको वर्ष 2005 में शिकागो के हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। हेडली की एक छोटी बहन सैयदा और सौतेला भाई दान्याल गिलानी है जो कि एक समय पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री यूसुफ रजा गिलानी का प्रवक्ता भी था और फिलहाल पेइचिंग के पाक दूतावास में कार्यरत है।

सांठ-गांठ करने में माहिर रहा है हैडली

शुरुआत से ही राजनीति और इस्लाम में यकीन रखने वाले हैडली ने पाकिस्तान में हसन अब्दाल के कैडेट कॉलेज से पढ़ाई की। इसके बाद उसने 1985 में उसने पेंसिलवानिया विश्वविद्यालय की एक छात्रा से विवाह किया लेकिन सांस्कृतिक विरोधों के कारण 1987 में दोनों अलग हो गए। 1997 में उसे ड्रग आरोपों में गिरफ्तार किया गया था लेकिन उसने अमेरिकी सरकार से सहयोग करके अपनी सजा कम करवा ली थी। वर्ष 1997 में फिर उसे हेरोइन की स्मगलिंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था लेकिन 15 महीनों की जेल के बाद वह फिर वापस आ गया।

यूएस के लिए भी जासूसी कर चुका है हैडली

इसके बाद वह कई बार संभवत: अमेरिका के लिए जासूसी करने के लिए पाकिस्तान गया था और इस काम में उसे अमेरिकी सरकार और अधिकारियों का साथ मिला। पाकिस्तान में रहते हुए उसने कई आतंकवादी शिविरों में भी भाग लिया था। 2002 में उसने न्यूयॉर्क में अपनी गर्लफ्रेंड से विवाह किया और दोनों के चार बच्चे पैदा हुए। यह आश्चर्य की बात है कि उसकी दो पूर्व पत्नियों ने उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत की कि वह आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने इसकी कभी कोई जांच नहीं की।

गिलानी से बदला नाम बना हैडली

वर्ष 2006 में उसने अपना नाम बदलकर डेविड हेडली कर लिया ताकि आसानी से दूसरे देशों में आ-जा सके। 2000 में वह लाहौर आया था जहां वह हाफिज मोहम्मद सईद के सम्पर्क में आया। जनवरी 2006 में उसने लश्कर आतंकवादियों और आईएसआई के आकाओं के साथ मिलकर भारत में आतंकी हमलों की योजना बनाई। इस योजना के तहत उसने अपने अमेरिकी पासपोर्ट पर कई बार भारत की यात्रा की।

जुंदाल ने कहा, हेडली को बचाना चाहती है मुंबई पुलिस

मुंबई हमले के दौरान हैडली और उसकी पत्नी ने कई बार की भारत की यात्रा

उल्लेखनीय है कि हमलों के बाद भी हेडली एक बार भारत आया था। उसकी मोरक्को निवासी पत्नी फैजा ओतल्हा ने भी 2007 में दो बार भारत की यात्रा की थी और वह भी उन्हीं स्थानों पर रुकी थी, जहां पर आतंकवादी हमले किए गए थे। हालांकि इस पत्नी से भी दाऊद (हेडली) का तलाक हो चुका है और वह अमेरिकी जेल में है। अमेरिका में उस पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में मुकदमा चल रहा है। मुंबई हमले में उसके सहयोगी तहव्वुर राणा को दो मामलों में अमेरिकी कोर्ट ने 14 वर्ष की सजा सुनाई है।

पढ़ें: वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हैडली की सुनवाई, किए कई खुलासे

मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने दी हेडली को 26/11 का आरोपी बनाने की मंजूरी


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