भूमि अधिग्रहण बिल पर देश को किया जा रहा गुमराह: अन्ना
गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने सोमवार को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल पर देश को गुमराह किया जा रहा है, लेकिन जब तक उनके अंदर जान है तब तक ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। खटकड़ कलां में अन्ना ने भूमि
खटखड़ कलां (शहीद भगत सिंह नगर), जागरण संवाददाता। गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने सोमवार को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल पर देश को गुमराह किया जा रहा है, लेकिन जब तक उनके अंदर जान है तब तक ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।
खटकड़ कलां में अन्ना ने भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ दिल्ली तक निकालने वाले रोष मार्च को झंडा दिखाकर रवाना किया। हालांकि रोष मार्च में दो दर्जन लोग ही शामिल थे।
एक सवाल के जवाब में अन्ना ने केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को कौन गुमराह कर रहा है, सभी को पता है। विदेशों से काला धन 100 दिन में लाने का वादा किसने किया था। आज तक वो पूरा क्यों नहीं किया जा सका। अब किसानों की जमीनें हथियाने को लेकर बिल लाया जा रहा हैै।
अन्ना ने पंजाब में बढ़ते नशे पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वह हमेशा पंजाब को नशे से मुक्त करवाने के लिए चलाए जाने वाले आंदोलन में भाग लेते रहेंगे।
शहीद-ए-आजम को यादकर रो पड़े अन्ना
सुबह साढ़े सात बजे जैसे ही अन्ना हजारे खटकड़ कलां पहुंचे तो वह सीधे भगत सिंह के घर गए। बाद में भगत सिंह के पिता किशन सिंह की समाधि के पास बने शहीद-ए-आजम के स्मारक पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। फिर वह संग्रहालय में गए जहां भगत सिंह की यादगार की तस्वीरों को देखकर रो पड़े। खास तौर पर भगत सिंह के बचपन की तस्वीर देखकर अन्ना के मुंह से बरबस निकला.... इतनी छोटी उम्र में ये जज्बा। इसके बाद उनकी आंखों से आंसू नहीं रुके। यहां सियासत के सवाल के जवाब में अन्ना ने कहा कि ये शहीदी स्थल है इस पवित्र जगह पर राजनीति जैसी गंदी बातें न करो। शहीद-ए-आजम के घर से अन्ना 200 मीटर की दूरी पर बने उनके संग्रहालय तक पैदल ही गए। उनके पिता की समाधि पर माथा टेकने के बाद उन्होंने संग्रहालय में शहीद-ए-आजम से संबंधित रखी गई सभी चीजों को देखा।
श्री हरिमंदिर साहिब में नेताओं के लिए सद्बुद्धि मांगी अन्ना ने
अमृतसर, जागरण संवाददाता। हे वाहेगुरु जी जो सरकार चला रहे हैं। उन्हें सद्बुद्धि देना। यह अरदास सोमवार को भूमि अधिग्रहण बिल पर मोदी सरकार से सीधा टकराव कर रहे अन्ना हजारे ने सोमवार बाद दोपहर श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेककर की। अन्ना ने यहां कहा कि मैं मंदिर में रहता हूं। मेरा उद्देश्य सेवा करना है। मुझे नेतृत्व करने की कोई इच्छा नहीं है। मैंने श्री हरिमंदिर साहिब में विनती की है कि जो सरकार चला रहे हैं। वाहेगुरु उन्हें सद्बुद्धि दें।
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