लोकसभा चुनाव ही लड़ेंगे आडवाणी
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। राज्यसभा में नामांकन की अटकलों को खारिज करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा का इजहार कर दिया है। केंद्र में बहुमत की सरकार बनने की आशा जताते हुए आडवाणी ने स्पष्ट किया कि वह 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राज्यसभा जाना होता तो वह पहले ही यह कर चुके होते।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। राज्यसभा में नामांकन की अटकलों को खारिज करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा का इजहार कर दिया है। केंद्र में बहुमत की सरकार बनने की आशा जताते हुए आडवाणी ने स्पष्ट किया कि वह 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राज्यसभा जाना होता तो वह पहले ही यह कर चुके होते।
गणतंत्र दिवस परेड के बाद पत्रकारों से बातचीत में आडवाणी ने कहा कि राज्यसभा नामांकन के बारे में उनसे कोई बात नहीं की गई है। कोई पूछता तो वह सोचते। उन्होंने तत्काल जोड़ा कि उनके लिए स्वाभाविक है कि लोकसभा चुनाव लड़ें। गौरतलब है कि संघ के पुराने फार्मूले के अनुसार आडवाणी और डा. मुरली मनोहर जोशी को इस बार राज्यसभा भेजने की अटकलें जोरों पर थी। कहा जा रहा था कि ऐसा फैसला दोनों नेताओं की मंजूरी के बाद ही होगा। आडवाणी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह लोकसभा में ही रहना पसंद करेंगे। जोशी भी इसी तरह का संकेत देते रहे हैं। आडवाणी गुजरात के गांधीनगर से तो डा. जोशी वाराणसी से सांसद हैं।
अपने आवास पर झंडा फहराने के बाद आडवाणी ने कहा कि सुरक्षा और सुशासन नई सरकार का केंद्र बिंदु होगा।
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सुशासन के शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य और रोजगार तक कई पहलू होते हैं, लेकिन सुरक्षा सबसे अहम है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के भाषण में 'स्थिर सरकार' और 'लोकप्रियता के लिए अराजक व्यवहार' के उल्लेख को महत्वपूर्ण बताया और आशा जताई कि अगली सरकार पूर्ण बहुमत से बनेगी। ध्यान रहे कि कुछ दिन पूर्व भाजपा राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भी उन्होंने कहा था कि कार्यकर्ताओं में ऐसा उत्साह वह पहली बार देख रहे हैं।
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