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    चीनी सीमा पर बसने को तैयार हैं कच्छ के पंजाबी किसान

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    Updated: Fri, 09 Aug 2013 07:34 PM (IST)

    अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। गुजरात केकच्छ में बसे सिख किसानों ने अब भारत-चीन सीमा पर बसाने की मांग की है। गुजरात सरकार ने गत दिनों पंजाब मूल के 50 हजार किसानों को अपने खेत-खलिहान छोड़कर जाने का फरमान सुनाया था। पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादूर शास्त्री ने वर्ष 1

    अहमदाबाद [शत्रुघ्न शर्मा]। गुजरात के कच्छ में बसे सिख किसानों ने अब भारत-चीन सीमा पर बसाने की मांग की है। गुजरात सरकार ने गत दिनों पंजाब मूल के 50 हजार किसानों को अपने खेत-खलिहान छोड़कर जाने का फरमान सुनाया था। पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादूर शास्त्री ने वर्ष 1960 में सीमाओं की देखरेख के लिए इन किसानों को गुजरात-पाक सीमा पर बसाया था।

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    प्रदेश की भाजपा सरकार व पंजाब की शिरोमिणी अकाली दल सरकार के बीच विवाद का कारण बने कच्छ के सिख किसानों का मुद्दा धीरे धीरे राजनीतिक रंग पकड़ने लगा है। मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को खुद पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से फोन पर बात कर इस मुद्दे पर उन्हें समझाना पड़ा था। मोदी का दावा है कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार के नियमों के मुताबिक ही किसानों से जमीन छोड़ने को कहा गया है, लेकिन गुजरात हाई कोर्ट में किसानों के हक में फैसला आने के बाद राज्य सरकार बैकफुट पर आ गई थी। मामला अब सुप्रीम कोर्ट में लंबित है लेकिन इस मुद्दे पर कांग्रेस के मैदान में आने के बाद विवाद बढ़ गया है। कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढ़वाडिया का आरोप है कि मोदी सरकार यह जमीन उद्यमियों को देना चाहती है इसलिए किसानों को बेदखल किया जारहा है। कच्छ में बसे पंजाबी किसान जगतसिंह गोपाल व उनके परिजनों का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने उन्हें सीमाओं की रक्षा के इरादे से यहां लाकर बसाया था। राज्य सरकार उनसे यह जमीन छीनना चाहती है तो उन्हें भी लगता है कि अब उनकी जरूरत यहां नहीं है उन्हें कहीं और बसा दिया जाए। सरदार सौदान सिंह का कहना है कि उनके बाप-दादा यहां सीमाओं की सुरक्षा के लिए बसे थे।

    पांच दशक पहले यह जमीन बंजर थी जिसे उन्होंने मेहनत से हरा भरा बना दिया है। सरकार उनसे जमीन लेना चाहती है तो उन्हें भी अब लगता है कि उनकी जरूरत भारत-चीन सीमा पर है इसलिए उन्हें चीन सीमा पर जमीन दे दी जाए वे वहां भी बसने को तैयार हैं।

    भाजपा प्रवक्ता की राष्ट्रवादी मुस्लिमों को बधाई

    अहमदाबाद। मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों खुद को हिंदू राष्ट्रवादी होने की बात कही तो हंगामा मच गया अब उनकी ही पार्टी भाजपा के प्रवक्ता व स्वर्णिम जयंती परियोजना के अध्यक्ष आई के जाडेजा ने ईद पर सभी राष्ट्रवादी मुस्लिमों को मुबारकबाद देकर नए विवाद को हवा दी है।

    प्रवक्ता जाडेजा को राज्य में कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल है। वह मोदी के करीबी नेताओं में से एक हैं। विधानसभा चुनाव में हार के बाद मोदी ने उन्हें स्वर्णिम गुजरात कार्यक्रम का प्रमुख बनाते हुए कैबिनेट स्तर का दर्जा दिया था। मोदी के बाद जाडेजा सोशल मीडिया में काफी सक्रिय हैं तथा राष्ट्रीय व प्रादेशिक मुद्दे पर वे काफी संवेदनशील हैं तथा अपनी बात खुलकर रखते हैं। उत्तरांखड आपदा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि के लिए आयोजित कार्यक्रम में वे मंच पर ही फफक कर रो पड़े थे। शुक्रवार को ईद की बधाई देते हुए उनहोंने कहा सभी राष्ट्रवादी मुस्लिमों को ईद की शुभकामनाएं। गौरतलब है कि इससे पहले मोदी के राष्ट्रवादी हिंदू कहने पर काफी बबाल मचा था।

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