मुंबई हमले में जज के सामने डेविड हेडली का कबूलनामा, जानें पूरी डिटेल
मुंबई हमलों में पाकिस्तान अपनी भूमिका से इनकार करता रहा है। अपनी फितरत के मुताबिक सबूतों को झुठला देना उसकी आदत रही है। लेकिन शिकागों की जेल में बंद हेडली की गवाही ने साफ कर दिया है कि लश्कर तो सिर्फ मोहरा था।आइएसआइ नापाक मंसूबों को अंजाम दे रही थी।
मुंबई। मुंबई हमलों का जिक्र आते ही दर्द और गुस्से के भाव चेहरे पर खुद ब खुद उतर आते हैं। कई सबूत दिए जाने के बाद भी पाकिस्तान और सबूतों की मांग कर भारत के आरोपों को झुठलाता रहा है। लेकिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जब हेडली ने एक पर एक मुंबई हमलों से जुड़ी जानकारियां देने लगा तो ये साफ हो गया कि पाकिस्तान की मंशा आतंकवाद पर लगाम लगाने की कभी नहीं रही। आप को बताते हैं डेविड हेडली की वो गवाही जिससे अब ये साफ हो जाएगा लश्कर जैसे आतंकी संगठन तो महज मोहरा थे। भारत को जख्म देने की नापाक कोशिश पाकिस्तान के हुक्मरान कर रहे थे। डेविड हेडली और दूसरे आतंकी सिर्फ पाकिस्तानी आकाओं के हाथ के खिलौना थे।
हेडली की गवाही
1.हेडली ने बताया कि वो लश्कर के जिहादी अभियान से प्रभावित था।
2.लश्कर के आका हाफिज सईद के कहने पर ही मुंबई हमलों को अंजाम दिया गया।
3.लश्कर से जुड़े साजिद मीर ने उसे भारतीय पासपोर्ट मुहैया कराने में मदद की थी।
4.2002 में पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में लश्कर में शामिल हुआ था और आतंक का पहला पाठ सीखा था।
5.पाकिस्तान के अलग अलग इलाकों में पांच से छह आतंकी कैंपों में शामिल हुआ।
6. कैंपों में दौरा-ए- सुफा, दौरा-ए-आम, दौरा-ए-खास और दौरा-ए-रिबात के प्रमुखों से मिला।
7.हाफिज सईद और जकीउर रहमान लखवी से मिला जो धार्मिक तकरीरें किया करते थे।
8.सईद और लखवी कहा करते थे कि भारत इस्लाम का दुश्मन है।
9. हेडली ने कहा कि कश्मीर जाकर वो भारतीय फौज के साथ लड़ना चाहता था।
10.लखवी ने कहा कि तुम्हारी उम्र बहुत ज्यादा है। तुम इस तरह का काम नहीं कर सकते हो। तुम्हे किसी बड़े मकसद के लिए काम करना है।
11.आइएसआइ के मेजर अली और मेजर इकबाल आतंकियों की मदद के लिए सक्रिय भूमिका अदा कर रहे थे।
12. हेडली भारत आठ बार आया था जिसमें वो सात बार पाकिस्तान तो एक बार यूएई से आया था।
13. मुंबई हमलों से ठीक पहले भारत पर दो बार आतंकी हमला करने की कोशिश की गयी लेकिन वो हमले नाकाम रहे।
हेडली की गवाही से संतुष्ट उज्जवल निकम बोले- 'पाक ISI का सच आया सामने'