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    विश्व के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में शामिल हैं केजरीवाल

    आम आदमी के संस्‍थापक अरविंद केजरीवाल ने दिल्‍ली में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बाद दूसरी बार दिल्‍ली के पांचवे मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ लिया। पढि़ए अरविंद केजरीवाल का अब तक का सफर।

    By Jagran News NetworkEdited By: Updated: Sat, 14 Feb 2015 01:18 PM (IST)

    नई दिल्ली। आम आदमी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बाद दूसरी बार दिल्ली के पांचवे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया।

    नाम : अरविंद केजरीवाल

    पिता : गोबिंद राम केजरीवाल

    माता : गीता देवी

    पत्नी : सुनीता केजरीवाल

    बच्चे : हर्षिता, पुलकित

    जन्म : 16 अगस्त 1968, हिसार

    शिक्षा : उन्होंने 1989 में आईआईटी खड़गपुर से यांत्रिक अभियांत्रिकी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

    कार्य : 1992 में वे भारतीय नागरिक सेवा (आइसीएस) के एक भाग, भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस) में आ गए, और उन्हें दिल्ली में आयकर आयुक्त कार्यालय में नियुक्त किया गया। उसके बाद केजरीवाल ने महसूस किया कि सरकार में बहुप्रचलित भ्रष्टाचार के कारण प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी है। जनवरी 2000 में उन्होंने काम से विश्राम ले लिया और दिल्ली आधारित एक नागरिक आन्दोलन-परिवर्तन की स्थापना की, जो एक पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन को सुनिश्चित करने के लिए काम करता है।

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    फरवरी 2006 में उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया और पूरे समय के लिए सिर्फ 'परिवर्तन' में ही काम करने लगे। इसके बाद उन्होंने पूरे भारत में आरटीआई के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक अभियान शुरू किया। 2011 में अन्ना हजारे के साथ मिलकल जन लोकपाल के लिए आंदोलन शुरू किया। उसके बाद 26 नवम्बर 2012 को भारतीय संविधान अधिनियमित की 63वीं वर्षगांठ के अवसर पर केजरीवाल ने 'आम आदमी पार्टी' की आधिकारिक घोषणा की। वर्ष 2012 में जब अन्ना हजारे के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को राजनितिक मोड़ देने का निर्णय लिया तब अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल को उनका नाम, पहचान एवं उनके दल इंडिया अगेंस्ट करप्शन के नाम का उपयोग करने की मनाही कर दी।

    2013 के दिल्ली विधान सभा चुनावों मे अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ा जहां उनकी सीधी टक्कर लगातार 15 साल से दिल्ली की मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित से थी। उन्होंने नई दिल्ली विधानसभा सीट से तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 25864 मतों से हराया। नौकरशाह से सामाजिक कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता से राजनीतिज्ञ बने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की राजनीति में धमाकेदार प्रवेश किया।

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    आम आदमी पार्टी ने 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव में 28 सीटें जीतकर प्रदेश की राजनीति में खलबली मचा दी। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी तीसरे स्थान पर खिसक गई। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में फरवरी 2015 के चुनावों में उनकी पार्टी ने 70 में से रिकॉर्ड 67 सीटें जीत कर भारी बहुमत हासिल किया। 14 फरवरी 2015 को वे दोबारा दिल्ली के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए।

    पुरस्कार :
    2004 :
    अशोक फैलो, सिविक अंगेजमेंट

    2005 : 'सत्येन्द्र दुबे मेमोरियल अवार्ड', आईआईटी कानपुर, सरकार पारदर्शिता में लाने के लिए उनके अभियान हेतु।

    2006 : उत्कृष्ट नेतृत्व के लिए रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

    2006 : लोक सेवा में सीएनएन आईबीएन, 'इंडियन ऑफ द इयर' पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

    2009 : विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार, उत्कृष्ट नेतृत्व के लिए आईआईटी खड़गपुर।

    2013 : अमेरिकी पत्रिका 'फॉरेन पॉलिसी' द्वारा 2013 के 100 'सर्वोच्च वैश्विक चिन्तक' में शामिल।

    2014 : प्रतिष्टित "टाइम" मैगजीन द्वारा "विश्व के सबसे प्रभावशाली व्यक्ति" के रूप में शामिल।

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