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    मथुरा से अपहृत युवती 11 साल बाद मुक्त, अपहर्ता फरार

    By Edited By:
    Updated: Tue, 15 Jul 2014 10:59 AM (IST)

    मथुरा से 11 वर्ष पहले अपहृत एक युवती को उसके पिता की मदद से कल वाराणसी की लंका पुलिस ने एक रिहायशी कांप्लेक्स से मुक्त कराया। अपहरण के वक्त युवती की उम्र 14 साल थी। उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज है। इस मामले में एक आरोपी बच्चू को पांच वर्ष की सजा भी हो चुकी है। इस मामले में दूसरा आरोपी मुकेश प्रसाद सिंह उर्फ मौनी बाब

    लखनऊ। मथुरा से 11 वर्ष पहले अपहृत एक युवती को उसके पिता की मदद से कल वाराणसी की लंका पुलिस ने एक रिहायशी कांप्लेक्स से मुक्त कराया। अपहरण के वक्त युवती की उम्र 14 साल थी।

    उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज है। इस मामले में एक आरोपी बच्चू को पांच वर्ष की सजा भी हो चुकी है। इस मामले में दूसरा आरोपी मुकेश प्रसाद सिंह उर्फ मौनी बाबा उर्फ विमुक्तानंद युवती को साथ लेकर रह रहा था। उससे दो बच्चे भी पैदा हुए। युवती ने बच्चों की टीचर की मदद से अपने पिता को फोन कर आपबीती सुनाई। पिता ने कल लंका थाने पहुंचकर इसकी जानकारी दी। पुलिस ने युवती को मुक्त कराया लेकिन आरोपी बाबा फरार हो गया। इस दौरान थाने पर आम आदमी पार्टी के कुछ कार्यकर्ता बाबा के पक्ष में पुलिस पर दबाव बनाने के लिए पहुंच गए थे।

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    युवती के वृंदावन के पोरसा कुंज निवासी पिता के मुताबिक मुकेश प्रसाद वहां मौनी बाबा के नाम से चर्चित रहा। उसकी बेटी को 25 जुलाई 2003 को मौनी बाबा व महामाया नगर हाथरस का रहने वाल बच्चू भगा ले गया था। बच्चू वृंदावन में जलनिगम का कर्मचारी था। इस मामले में मथुरा के हाइवे (नरहौली) थाने में बाबा व बच्चू के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया गया था। इस प्रकरण में बच्चू को पांच साल की सजा भी हो चुकी है। पिता के मुताबिक 11 साल बाद उसकी बेटी ने उसे बच्चों की शिक्षिका के फोन से बताया कि वह बनारस में है। उसके दो पुत्र भी हैं। उक्त बाबा ने उसे नजरबंद किया हुआ है और बात-बात पर मारपीट करने के अलावा उससे वेश्यावृत्ति भी कराता है।

    बेटी के बारे में जानकारी मिलते ही वह यहां पहुंचा और उस फोन नंबर को मिलाया जिससे उसकी बेटी की बात हुई थी। शिक्षिका ने काल रिसीव की तो उसने बेटी से मिलाने की गुहार लगाई। शिक्षिका बच्चों को घुमाने व दर्शन कराने के बहाने दुर्गा मंदिर पहुंची। उसके बाद सभी घर पहुंचे जहां एक महिला ने उसे धमकी दी। इस पर वह बेटी को लेकर लंका थाने पहुंचा और बाबा के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया।ं

    पुलिस की लापरवाही से भागा बाबा

    पुलिस अगर तत्काल सक्रिय हो जाती तो बाबा पकड़ लिया जाता। पुलिस यह सोच रही थी मामला मथुरा का है तो क्यों वह उसमें हाथ डाले। पिता के गिड़गिड़ाने पर पुलिस घर गई लेकिन तब तक बाबा फरार हो गया था। लंका पुलिस ने इस बाबत मथुरा पुलिस से बात की। मथुरा पुलिस भी यहां के लिए रवाना हो चुकी है।

    बेटे की सलामती के लिए बेटी को कुएं में फेंका