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बीएसएफ ने 70 सरकारी भवनों में स्थापित किए अस्थायी शिविर

शांति बहाली को लेकर वादी में पहुंची बीएसएफ ने अपने लिए अस्‍थायी कैंप बना लिए हैं। शांति बहाली के बाद बीएसएफ वापस चली जाएगी।

By Kamal VermaEdited By: Published: Wed, 24 Aug 2016 02:54 AM (IST)Updated: Wed, 24 Aug 2016 05:16 AM (IST)
बीएसएफ ने 70 सरकारी भवनों में स्थापित किए अस्थायी शिविर

श्रीनगर (राज्य ब्यूरो)। संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ की वादी में नियुक्ति पूरी तरह अस्थायी है। वह हालात सामान्य बनाने में राज्य पुलिस और सीआरपीएफ की मदद करेगी। स्थिति सामान्य होने के बाद बीएसएफ पुन: सरहदी इलाकों में लौट जाएगी। हालांकि वादी में बीएसएफ की जगह सीआरपीएफ ने 2004 में कानून व्यवस्था बनाए रखने व आतंकरोधी अभियानों की जिम्मेदारी संभालने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन वर्ष 2005 के अंत तक श्रीनगर के कई इलाकों के अलावा वादी के विभिन्न हिस्सों में बीएसएफ की आतंकरोधी अभियानों में सक्रिय भूमिका रही। जनवरी 2005 में श्रीनगर के बर्बरशाह समंद्रबाग इलाके में स्थित आइटी कार्यालय पर हुए आत्मघाती हमले को नाकाम बनाने में भी बीएसएफ की राज्य पुलिस के साथ सक्रिय भूमिका रही थी। इस अभियान में बीएसएफ के एक कमांडेंट गंभीर रूप से घायल हुए थे।

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कांग्रेस विधायक के घर पर हमला

उत्तरी कश्मीर के बांडीपोर में कल हिंसक भीड़ ने कांग्रेस विधायक उस्मान मजीद के मकान पर हमला कर दिया। उस समय विधायक व उनके परिजन घर पर मौजूद नहीं थे। वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने पुलिस की मदद से प्रदर्शनकारियों को बलपूर्वक खदेड़ा। इसके अलावा बांडीपोर के ही मलनगाम में राष्ट्रविरोधी नारेबाजी के साथ पाकिस्तानी ध्वज लहराए गए।

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इस दौरान मट्टन, अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा, सोपोर, बारामुला में आजादी समर्थक नारेबाजी कर रही हिंसक भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग में चार पुलिसकर्मियों समेत दो दर्जन के करीब प्रदर्शनकारी जख्मी हो गए। इस बीच, लगातार 46वें दिन भी वादी में बंद, प्रशासनिक पाबंदियों के चलते सामान्य जनजीवन ठप रहा। श्रीनगर के आठ थाना क्षेत्रों के अलावा अनंतनाग में ही कर्फ्यू था, जबकि अन्य जगहों से कर्फ्यू को हटाते हुए प्रशासन ने सिर्फ निषेधाज्ञा लागू रखी।

शोपियां के विहील व नौगाम में आजादी समर्थक और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाती भीड़ ने रास्ता बंद कर दिया। सुरक्षाबलों ने जब अवरोधक हटाने का प्रयास किया तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बल प्रयोग किया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच दोपहर बाद तक जारी रहीं हिंसक झड़पों में 14 लोग जख्मी हो गए।

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