ज्योति हत्याकांड में पति हिरासत में, घटना से पहले थी संदिग्ध गतिविधियां
सनसनीखेज ज्योति हत्याकांड में 40 घंटे बाद पुलिस ने उसके पति पीयूष श्यामदसानी को हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार पीयूष के किसी अन्य महिला से संबंध ...और पढ़ें

कानपुर [जागरण संवाददाता]। सनसनीखेज ज्योति हत्याकांड में 40 घंटे बाद पुलिस ने उसके पति पीयूष श्यामदसानी को हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार पीयूष के किसी अन्य महिला से संबंध थे। ज्योति को इसकी जानकारी थी और इसी कारण उनमें अनबन रहती थी और इसी तीसरे के दखल के कारण ज्योति की हत्या हुई। आईजी जोन आशुतोष पांडेय ने दावा किया है इस महिला का पता लगाया जा रहा है और जल्द ही पूरे प्रकरण का राजफाश हो जाएगा।
ध्यान रहे, पांडुनगर निवासी बिस्कुट कारोबारी ओमप्रकाश श्यामदसानी के छोटे बेटे पीयूष की पत्नी ज्योति श्यामदसानी की हत्या रविवार देर रात हुई थी। उसका रक्तरंजित शव पीयूष की लक्जरी गाड़ी में पड़ा मिला था। उससे पहले पति ने अज्ञात बदमाशों पर मारपीट के बाद पत्नी को अगवा करने का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस ने जब जांच की तो पति पर शक गहराता चला गया।
सोमवार को ज्योति का अंतिम संस्कार होने के बाद देर रात आईजी ने उसके पिता व जबलपुर (मप्र) के कारोबारी शंकर नागदेव से अलग से बात की तो उंन्होंने भी दामाद की भूमिका को संदिग्ध बताया। मंगलवार दोपहर दो बजे पुलिस ने पीयूष को उसके घर से हिरासत में लिया गया।
रेस्टोरेंट में रची गई साजिश : आईजी
आईजी आशुतोष पांडेय ने बताया कि पीयूष और ज्योति के संबंध ठीक नहीं थे। रविवार को रेस्टोरेंट में जब पति पत्नी खाना खाने गए तो पीयूष की गतिविधियां संदिग्ध थीं। ज्योति खाना खा रही थी जबकि पीयूष हुक्का गुड़गुड़ाते हुए किसी से मोबाइल पर मैसेजिंग में लगा हुआ था।
घटना से पहले 10: 30 बजे वह किसी से मोबाइल पर बात करने के लिए तीन मंजिला रेस्टोरेंट से उतरकर नीचे आया और सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए काफी दूर तक पैदल गया। 15 मिनट तक किसी से उसकी बात हुई। आईजी ने बताया कि कानपुर में ही रहने वाली एक महिला से पीयूष के अंतरंग संबंध थे। ज्योति को इसकी जानकारी थी और इसी कारण दोनों में अक्सर झगड़ा होता था।
हालात यहां तक बिगड़ चुके थे कि पीयूष उसे अपने मोबाइल को हाथ तक नहीं लगाने देता था। आईजी के अनुसार घूम फिरकर शक बार-बार पीयूष पर जा रहा है। कई अन्य पहलुओं पर भी टीमें जांच कर रही हैं और काफी हद तक केस हल हो चुका है।

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