उड़ी हमला: पाकिस्तान की नापाक साजिश को बेनकाब करेगा यह नया सबूत
उड़ी में पिछले रविवार को सेना के 12वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए हमले में एनआईए के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं।
नई दिल्ली। विगत रविवार को उड़ी में सेना के 12वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड मुख्यालय पर हमला करने वाले चार आतंकियों के पास से जापान निर्मित दो वायरलेस सेट मिले हैं, जिनमें उर्दू में 'बिल्कुल नया' और अंग्रेजी में 'न्यू' लिखा हुआ है। इससे यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि आतंकियों का संबंध पाकिस्तान से ही था।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, इस हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इन सेटों की निर्माता कंपनी आईकॉम से जानकारी प्राप्त कर ली है। अखबार से बात करते हुए गृहमंत्रालय के एक सूत्र ने बताया, 'वायरलेस सेट किसी भी देश में एक सुरक्षा एजेंसी को बेचे जाते हैं। हम पहले से ही यह पता लगाने में जुटे हैं कि ये पाकिस्तान को कैसे बेचे गए थे और इसकी जानकारी हम पाकिस्तानी अधिकारियों को देंगे।'
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ये वायरलेस सेट एनआईए को सौंपे गए उन 48 चीजों में शामिल हैं, जिनमें 2 नक्शे भी हैं। इनमें एक नक्शा जला हुआ है, इसलिए इसे नेशनल टेक्निकल लेबोरेट्री (एनटीआरओ) के पास भेजा गया है जो इसे समझने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा आतंकियों के पास से भारतीय कंपनी आई कॉल (I KALL) का मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है जिससे एनआईए हैरान है।
पठानकोट हमले के विपरीत उड़ी में आतंकियों के पास से पाए गए जीपीएस सिस्टम में फीड किया हुआ डेटा आतंकियों ने पहले ही डिलीट कर दिया था। हालांकि यह कहा जा रहा कि इन उपकरणों पर लिखे सीरियल नंबर ही यह जानने के लिए काफी है कि इन्हें अमेरिकी कंपनी गार्मिन से बेचा और खरीदा गया है। वहीं आतंकियों के पास से जो जूस के पैकेट मिले हैं उन पर मेड इन कराची लिखा हुआ था।
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