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    नेट न्‍यट्रलिटी: इंटरनेट डॉट ओआरजी से किनारा कर रही बड़ी कंपनियां

    By Shashi BhushanEdited By:
    Updated: Thu, 16 Apr 2015 12:58 AM (IST)

    इंटरनेट पर मौजूद सामग्री तक समान ढंग और गति से सबकी पहुंच बनी रहे इसके लिए नेट न्यूट्रलिटी मुहिम ने बुधवार को और गति पकड़ ली। यात्रा पोर्टल क्लीयरट्रिप और प्रमुख मीडिया समूह टाइम्स ग्रुप ने भी इंटरनेट डॉट ओआरजी से किनारा कर लिया। इस बीच इंटरनेट को फ्री बनाए

    न्यूयार्क। इंटरनेट पर मौजूद सामग्री तक समान ढंग और गति से सबकी पहुंच बनी रहे इसके लिए नेट न्यूट्रलिटी मुहिम ने बुधवार को और गति पकड़ ली। यात्रा पोर्टल क्लीयरट्रिप और प्रमुख मीडिया समूह टाइम्स ग्रुप ने भी इंटरनेट डॉट ओआरजी से किनारा कर लिया। इस बीच इंटरनेट को फ्री बनाए रखने के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के पास करीब आठ लाख आवेदन पहुंच गए हैं।

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    दूसरी ओर फेसबुक के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग ने बुधवार को अपनी पहल का बचाव करते हुए अपने इंटरनेट डॉट ओआरजी कार्यक्रम की हो रही आलोचना को खारिज किया। भारत में इंटरनेट डॉट ओआरजी कार्यक्रम में रिलायंस कम्युनिकेशन (आरकॉम) साझीदार है। इसे नेट न्यूट्रलिटी के खिलाफ बताया जा रहा है।

    इस बीच इंटरनेट और मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आइएएमएआइ) ने आरोप लगाया है कि ट्राई इस मुद्दे पर टेलीकॉम ऑपरेटर्स के एजेंडा को प्रोत्साहन दे रहा है। उल्लेखनीय है कि ट्राई ने नेट न्यूट्रलिटी और इंटरनेट आधारित संदेश पर नीति बनाने के लिए परिचर्चा पत्र पर जनता की प्रतिक्रिया मांगी है। इसी नीति के तहत वाट्सएप, स्काईपे, वीबर और गूगल टॉक जैसी सेवाएं भी संचालित होनी हैं।

    फेसबुक प्रमुख मार्क जुकरबर्ग का कहना है कि इस पहल का मकसद पांच अरब लोगों को सैमसंग और क्वॉलकॉम जैसी बड़ी तकनीकी कंपनियों के साथ साझीदारी करके ऑनलाइन करना है। सुविधा मुहैया कराने की कड़ी में ही भारत में सबसे बड़ी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी एयरटेल ने एयरटेल जीरो नाम से एक मार्केटिंग का मंच पेश किया है।

    जुकरबर्ग का कहना है कि जो लोग अभी इंटरनेट पर नहीं हैं वे भी जुड़ जाएं और उनमें भी कुछ साझा करने की क्षमता आ जाए तो यह हमेशा नहीं जुड़ पाने और कुछ भी साझा नहीं कर पाने से बहुत बेहतर होगा। नेट न्यूट्रलिटी के लिए बढ़ते दबाव के कारण बुधवार को रिलायंस कम्युनिकेशन (आरकॉम) और एयरटेल के शेयरों के भाव गिर गए। उल्लेखनीय है कि इस पर विवाद बढ़ जाने के बाद ऑन लाइन मार्केंटिक कंपनी फ्लिपकार्ट एयरटेल जीरो से अलग हो गई है।

    देखें- नेट न्यूट्रलिटी पर रार बढ़ने के संकेत, फ्लिपकार्ट आई समर्थन में

    देखें- कई मंत्रालयों के सचिव है ट्राई चेयरमैन पद की रेस में

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