जानिए, कितना मजेदार है उधमपुर-कटरा रेल रूट
लंबे इंतजार के बाद आखिर वह घड़ी आ गई जब माता वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने की इच्छा रखने वाले तीर्थयात्री रेलगाड़ी से सीधे इस विख्यात तीर्थस्थल के आधार शिविर कटरा सीधे पहुंच सकेंगे। तीन जुलाई को दिल्ली-आगरा रूट पर सेमी बुलेट ट्रेन का सफल परीक्षण करने के बाद शुक्रवार को भारतीय रेलवे ने माता वैष्णो देवी क
नई दिल्ली। लंबे इंतजार के बाद आखिर वह घड़ी आ गई जब माता वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने की इच्छा रखने वाले तीर्थयात्री रेलगाड़ी से सीधे इस विख्यात तीर्थस्थल के आधार शिविर कटरा पहुंच सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्रेन का नाम श्री शक्ति एक्सप्रेस रखा है। तीन जुलाई को दिल्ली-आगरा रूट पर सेमी बुलेट ट्रेन का सफल परीक्षण करने के बाद शुक्रवार को भारतीय रेलवे ने माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों को एक नई सुविधा दी।
माता वैष्णो देवी कटरा रेलवे स्टेशन और उधमपुर के बीच लाइन 25 किलोमीटर लंबी है। इसे तैयार करने में 1,132.75 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस रूट पर 7 टनल और 30 ब्रिज हैं। रास्ते में तीर्थ यात्रियों को कई मनोरम दृश्य भी देखने को मिलेंगे। एक पुल की ऊंचाई 85 मीटर है। झज्झर नदी पर बने इस पुल की ऊंचाई कुतुब मीनार (73 मीटर) से भी 12 मीटर ज्यादा है।
आजादी के बाद पहाड़ी इलाकों में भारत का यह सबसे बड़ा रेलवे प्रोजेक्ट है। इस रूट का सिर्फ एक हिस्सा 110 किमी लंबा कटरा-बनिहाल रूट अभी नहीं बन पाया है। लगभग 1132.75 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस लाइन से कटरा से उधमपुर जाने में 30 मिनट लगेंगे। वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों के अनुसार उधमपुर और कटरा के बीच चकराखवाल नामक एक छोटा स्टेशन पड़ेगा।
एक अनुमान के अनुसार प्रतिवर्ष 10 लाख श्रद्धालु माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए यहां आते हैं। नवनिर्मित कटरा स्टेशन पर गाइड काउंटर, प्रतिक्षा हॉल वीआइपी लाउंज, एस्केलेटर, लिफ्ट और पार्किंग जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
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