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दो दिलों की तन्हाई बन गई बर्बादी का सबब

एक पत्नी पर शक से आहत तो दूसरा पति से अलग एकाकी जीवन से आजिज। दोनों को जब एक-दूसरे के करीब आने और समय बिताने का मौका मिला तो हसरतें जाग उठीं। नजदीकियां बढ़ने पर लोगों को भनक हुई, लेकिन उनके ऊपर तो मानो जुनून सवार था। आलोचनाओं को एक तरफ रखकर दोनों साथ रहने लगे।

By Edited By: Published: Mon, 13 May 2013 09:29 AM (IST)Updated: Mon, 13 May 2013 11:06 AM (IST)
दो दिलों की तन्हाई बन गई बर्बादी का सबब

प्रदीप कुमार सिंह, नई दिल्ली। एक पत्नी पर शक से आहत तो दूसरा पति से अलग एकाकी जीवन से आजिज। दोनों को जब एक-दूसरे के करीब आने और समय बिताने का मौका मिला तो हसरतें जाग उठीं। नजदीकियां बढ़ने पर लोगों को भनक हुई, लेकिन उनके ऊपर तो मानो जुनून सवार था।

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आलोचनाओं को एक तरफ रखकर दोनों साथ रहने लगे। लेकिन दो तन्हा दिलों का मिलन एकदिन उनकी बर्बादी का सबब बन जाएगा, शायद ही किसी ने सोचा था। जांबाज इंस्पेक्टर बद्रीश दत्त और गीता की मौत की दास्तां पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बनी है।

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने फर्जीवाड़े के आरोप में जब गीता को पकड़ा, तब उसके विषय में कई बातें निकलकर सामने आई थीं। इनमें उसका अतिमहत्वाकांक्षी होना भी था। सूत्रों के अनुसार, मुंबई निवासी गीता सक्सेना के ख्वाब बेहद ऊंचे थे। रहन-सहन और सोच से वह खुद को बेहद उच्चवर्गीय दर्शाती थी। लेकिन उसकी शादी जब सीपीडब्ल्यूडी के एक क्लर्क से हुई तो उसे सारे सपने चकनाचूर होते नजर आने लगे। कुछ समय तक गीता ने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर खर्चो को पूरा करने का प्रयास किया। बात न बनने पर उसने पति से तलाक ले लिया। वह डिटेक्टिव एजेंसी भी शुरू कर चुकी थी। संपर्को के माध्यम से उसने नेटवर्क काफी फैला लिया। बच्चे को उसने पढ़ने के लिए सिंगापुर भेज दिया। गुड़गांव स्थित फ्लैट में वह शानो-शौकत से रहने लगी।

मुंबई पुलिस के कुछ इंस्पेक्टर से भी थे गीता के ताल्लुकात

पुलिस अधिकारियों की मानें तो गीता के संपर्क मुंबई पुलिस के कुछ इंस्पेक्टर से भी थे। वह लोग उसे काम दिलाने में मदद करते थे। उसके ग्राहकों में कई ऐसे हाईप्रोफाइल लोग थे, जो पति या पत्नी की जासूसी कराते थे। इसमें गीता को उसके पुलिस संपर्कों का खूब फायदा मिलता था।

बद्रीश पत्नी की जासूसी के लिए पहली बार मिले थे गीता से:

सूत्रों के अनुसार बद्रीश दत्त अपनी पत्नी की जासूसी के सिलसिले में पहली बार गीता से मिले थे। बद्रीश को शक था कि उनकी पत्‍‌नी का फरीदाबाद स्थित किसी केमिकल फैक्टरी के मैनेजर से ज्यादा मेलजोल है। पता लगाने के लिए उन्होंने गीता की सहायता ली। खास बात यह है कि बद्रीश को गीता से मिलाने वाला मुंबई पुलिस का ही एक इंस्पेक्टर था। बताया जाता है कि गीता द्वारा जुटाई गई जानकारी के आधार पर ही बद्रीश ने अपनी पत्‍‌नी के खिलाफ तलाक का मुकदमा दायर किया था।

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