दिल का गुबार निकालने बैठे, दुनिया ही छोड़ गए
फर्जीवाड़े के आरोप में पकड़ी गई और बुरा वक्त आया तब साथी ने साथ नहीं दिया जिसके चलते गीता खफा भी थी लेकिन फिर भी उसने डिनर इंस्पेक्टर के साथ किया। इरादा था खाने के साथ ही दोनों के दिलों में आए मलाल को भी गटकने का, लेकिन हुआ उल्टा।
गुड़गांव [सत्येंद्र सिंह]। फर्जीवाड़े के आरोप में पकड़ी गई और बुरा वक्त आया तब साथी ने साथ नहीं दिया जिसके चलते गीता खफा भी थी लेकिन फिर भी उसने डिनर इंस्पेक्टर के साथ किया। इरादा था खाने के साथ ही दोनों के दिलों में आए मलाल को भी गटकने का, लेकिन हुआ उल्टा। खाने की मेज पर दोनों के दिलों के गुबार निकलने लगे और स्थिति यह यह हो गई कि इंस्पेक्टर ने सर्विस पिस्टल निकाल महिला मित्र को गोली मार दी और खुद को गोली मार ली। जबकि वह पत्नी से अधिक महिला मित्र पर एतबार करता था। शायद पत्नी से अलगाव का वजह भी वहीं थी।
दो दिलों की तन्हाई बन गई बर्बादी का सबब
दिल्ली पुलिस के सुपर कॉप इंस्पेक्टर व महिला मित्र जासूस गीता शर्मा की मौत का क्राइम ऑफ सीन कुछ इसी तरह से सामने आया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि खाना खाते समय ही दोनों में तकरार हुई। जो इतना बढ़ गई कि कूल व चपल माने जाने वाले इंस्पेक्टर ने गीता को गोली मार दी। जब गीता शर्मा को मौत की नींद सुलाने के बाद इंस्पेक्टर ने खुद को भी गोली मार ली। असलियत क्या थी यह तो दूसरी गोली के धमाके में कैद हो गई। लेकिन यह जरूर था कि दो महीनों की दूर रह वह एक-दूसरे के गिले-शिकवे सुनने के लिए ही एक साथ खाने पर बैठे थे।
विदेशी लड़की से भी था बद्रीश का संबंध
नौकरानी ने पुलिस को बताया कि मैडम ने उससे कहा था कि आज साहब (इंस्पेक्टर) की पसंद की अरहर दाल बनाना और अच्छे वाले राइस भी पका देना। दाल-चावल दोनों को खूब भाता था। पोस्टमार्टम के वक्त दोनों के पेट में दाल चावल के साथ खीरे के टुकड़े निकले हैं।
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