भारत और अमेरिका ने मिलकर आतंकवाद पर पाकिस्तान को लताड़ा
अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने अपनी समकक्ष सुषमा स्वराज से मुलाकात कर कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझीदारी को और मजबूत करने पर चर्चा की।
नई दिल्ली, एजेंसी/जेएनएन। भारत दौरे पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने आज सबसे पहले गांधी स्मृति में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद अपनी समकक्ष सुषमा स्वराज से मुलाकात कर कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझीदारी को और मजबूत करने पर चर्चा की। इसके बाद दोनों नेताओं ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस मौके पर टिलरसन ने कहा कि दोनों देशों के बीच के रिश्ते और मजबूत होंगे। यह भी बताया कि अमेरिका भारत को अत्याधुनिक हथियारों की आपूर्ति करेगा।
दोनों देशों के बीच बातचीत में एच 1बी वीजा का मुद्दा भी उठा। हालांकि अमेरिका की तरफ से इस मामले पर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। दोनों विदेश मंत्रियों की बैठक में दक्षिण चीन सागर पर भी बातचीत हुई। टिलरसन पाकिस्तान दौरे के बाद मंगलवार रात भारत पहुंचे।
आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को भी निशाने पर लिया। सुषमा ने कहा कि अफगानिस्तान में हालिया हमले इस बात का सबूत हैं कि आतंकवाद के समर्थक अब भी सक्रिय हैं। पाकिस्तान को इस पर कार्रवाई करने की जरूरत है। वहीं यह भी कहा कि अमेरिका से तेल खरीद से हमारे रिश्ते और मजबूत हुए हैं।
भारत और अमरीका का पाकिस्तान से आह्वान, खत्म करें आतंकी ढांचा: सुषमा स्वराज @JagranNews
— J P Ranjan (@jpranjan1974) October 25, 2017
अमेरिका से तेल खरीद से हमारा रिश्ता और मजबूत हुआ है : सुषमा स्वराज @JagranNews
— J P Ranjan (@jpranjan1974) October 25, 2017
बीते दो माह में ट्रंप प्रशासन के दूसरे बड़े अधिकारी भारत दौरे पर पहुंचे हैं। इससे पहले पिछले महीने अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस भारत आए थे। टिलरसन की तीन दिवसीय भारत यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत-अमेरिका साझीदारी को और मजबूत करने पर विस्तृत चर्चा होगी। सुषमा और टिलरसन के बीच होने वाली मुलाकात में रक्षा, आतंकवाद से मुकाबला, सुरक्षा, ऊर्जा और व्यापार पर बातचीत होने की उम्मीद है।
आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करे पाक : टिलरसन
इस्लामाबाद। पहली बार पाकिस्तान पहुंचे अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने पाकिस्तान से दो टूक शब्दों में आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने को कहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान पर आतंकी समूहों को सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराने का आरोप लगाया था। इस आरोप के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया है। इसी तनाव के बीच मंगलवार को अमेरिकी विदेश मंत्री पाकिस्तान पहुंचे, लेकिन उन्होंने कोई नरमी नहीं दिखाई।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी की सफाई भी बेअसर रही।पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अब्बासी ने कहा कि उनका देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में इस्लामी आतंकियों के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान ने सकारात्मक परिणाम दिया है। वाशिंगटन ने इस्लामाबाद पर अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के आतंकियों की तरफ आंखें मूंदे रहने या उन्हें मदद करने का आरोप लगाया है। ये आतंकी संगठन अफगानिस्तान में हमले करते हैं।
अमेरिकी अधिकारियों ने सहायता में कटौती और पाकिस्तानी अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी।अफगानिस्तान की औचक यात्रा के दौरान सोमवार को टिलरसन ने संकेत दिया था कि वह दृढ़ता से पाकिस्तान को आतंकी संगठनों को पनाह देना बंद करने को कहेंगे। उन्होंने पाकिस्तान से अपने यहां से तालिबान और अन्य आतंकी संगठनों को मिलने वाली मदद रोकने के लिए कार्रवाई करने को कहा। पाकिस्तान रवाना होने से पहले टिलरसन ने अपने नीतिगत भाषण में अमेरिका के साथ भारत के बढ़ते रणनीतिक संबंधों और अफगानिस्तान में भारत की बड़ी भूमिका की ट्रंप की पेशकश का उल्लेख किया था।
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