भारत ने म्यांमार-बांग्लादेश सीमा पर दो आवागमन चौकियां खोलीं
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, सरकार ने मिजोरम के लॉन्गत्लाई जिले में जोरिनपुई जांच चौकी को आव्रजन जांच चौकी बनाया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र : भारत ने म्यांमार और बांग्लादेश सीमा पर आवागमन के लिए दो आव्रजन जांच चौकियां खोली हैं। सरकार का यह कदम दोनों पूर्वी देशों के साथ बढ़ती निकटता को दर्शाता है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, सरकार ने मिजोरम के लॉन्गत्लाई जिले में जोरिनपुई जांच चौकी को आव्रजन जांच चौकी बनाया है। यहां से लोग वैध यात्रा दस्तावेजों के साथ म्यांमार से भारत में आ सकते हैं या भारत से म्यांमार जा सकते हैं। मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार ने मिजोरम के लुंगलेई जिले में कावरपुइचुह जांच चौकी को भी अधिकृत आव्रजन जांच चौकी घोषित किया है। यहां से लोग वैध यात्रा दस्तावेजों के साथ बांग्लादेश से भारत में आ सकते हैं या भारत से बांग्लादेश जा सकेंगे। जोरिनपुई को नए सीमा शुल्क स्टेशन के तौर पर भी चयनित किया गया है।
सुदूरवर्ती जोरिनपुई म्यांमार के सितवे बंदरगाह से 287 किलोमीटर दूर है। मई, 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की म्यांमार यात्रा के समय जारी साझा बयान में जोरिनपुई का उल्लेख किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पांच सितंबर से दो दिवसीय म्यांमार यात्रा की थी। भारत, म्यांमार के साथ 1,643 किलोमीटर सीमा को साझा करता है जो अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर और मिजोरम से गुजरती है।
कावरपुइचुह मिजोरम में बांग्लादेश की सीमा से लगा हुआ है। भारत और बांग्लादेश के बीच 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा है जो असम, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय और पश्चिम बंगाल से गुजरती है।
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