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    देश पर भी आईएस का साया, राज्यों को भेजा गया हाई अलर्ट: राजनाथ सिंह

    भारत पर भी आतंकी संगठन आईएस का खतरा मंडराने लगा है। पेरिस पर आतंकी हमले के चलते गृह मंत्रालय ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क करते हुए कहा है कि आतंकी संगठन आईएस अपने आतंक का दायरा बढ़ा रहा है।

    By Manish NegiEdited By: Updated: Wed, 18 Nov 2015 03:01 AM (IST)

    नई दिल्ली। भारत पर भी आतंकी संगठन आईएस का खतरा मंडराने लगा है। पेरिस पर आतंकी हमले के चलते गृह मंत्रालय ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क करते हुए कहा है कि आतंकी संगठन आईएस अपने आतंक का दायरा बढ़ा रहा है। देश के सुरक्षा प्रतिष्ठानों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश देते हुए अमेरिका और फ्रांस के दूतावासों समेत विदेशी उच्चायोगों की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दिए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि भारत में भी आतंकी संगठन आईएस के खतरे को देखते हुए समूचे देश में अलर्ट घोषित किया गया है।

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    गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों व सुरक्षा एजेंसियों को परामर्श पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि आईएस की गतिविधियों को लेकर उपलब्ध सूचनाएं तत्काल साझा की जाएं और उसकी साजिश, लक्ष्य व हमले की आशंका वाले स्थानों को चिह्नित कर उनकी समीक्षा की जाए तथा यदि किसी खतरे की आशंका हो तो उसे विफल करने के उपयुक्त कदम उठाए जाएं।

    एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पत्रकारों से कहा, 'आईएस किसी देश विशेष के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा है। भारत आईएस को लेकर अलर्ट है।'

    इसलिए जरूरी है चौकसी

    गृह मंत्रालय की ओर से विगत सोमवार को जारी एडवायजरी में कहा गया कि पेरिस हमले से साबित हो गया है कि आईएस का इरादा अब अपनी आतंकी गतिविधियों का विस्तार इराक व सीरिया के बाहर भी फैलाने का है। इसलिए किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट किया गया है। फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, रूस, ऑस्ट्रेलिया, टर्की और इजरायल के दूतावासों की विशेष रूप से सुरक्षा बढ़ाई गई है। विशेष रूप से उन पर्यटन स्थलों की भी सुरक्षा बढ़ाने को कहा गया है जहां विदेशी पर्यटकों की संख्या अधिकता होती है।

    पढ़़े :पेरिस हमलों के पीडि़त को नहीं है आइएस आतंकियों से नफरत

    यहां रखी जाएगी खास नजर

    विदेशी दूतावास व अन्य संस्थान

    यहूदी सामुदायिक केंद्र व धर्मस्थल -पर्यटन स्थल और धर्म स्थल

    एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे

    मॉल, सिनेप्लेक्स या मल्टीप्लेक्स

    भीड़ भरे बाजार व पार्क आदि।

    देश में इसलिए है खतरा

    गृह मंत्रालय का कहना है कि हालांकि आईएस की भारत में कोई खास पकड़ नहीं है, लेकिन वह कुछ युवाओं में कट्टरता फैलाने में सफल रहा है। इस कारण कुछ स्थानीय लोग इसकी गतिविधियों में शामिल होने को तैयार हैं। भारत में सक्रिय आतंकी समूह भी देश में आईएस से प्रायोजित आतंकी कार्रवाई की संभावना पर काम कर रहे हैं।

    20 भारतीय हैं आईएस लड़ाके

    सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, करीब 20 भारतीय इराक और सीरिया में आईएस की ओर से लड़ रहे हैं। उनमें महाराष्ट्र के कल्याण के दो युवक, ऑस्ट्रेलिया आधारित एक कश्मीरी, तेलंगाना का एक युवक, कर्नाटक का एक शख्स, ओमान आधारित एक भारतीय और सिंगापुर आधारित एक भारतीय शामिल है। पिछले साल, आईएस के साथ करीब छह माह गुजारने के बाद कल्याण का एक युवक घर लौटा था। उसे मुंबई में गिरफ्तार कर लिया गया। आईएस के लिए लड़ते हुए मारे जाने वाले छह भारतीय में इंडियन मुजाहिदीन के तीन आतंकी, महाराष्ट्र के दो और तेलंगाना का एक शख्स शामिल है।

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