मॉक ड्रिल में डमी आतंकी को पहनाई नमाजी टोपी
गुजरात के सूरत में किया गया मॉक ड्रिल उस समय विवादों में आ गया जब डमी आतंकी को पुलिस ने नमाजी टोपी में दिखा दिया। ...और पढ़ें

सूरत ब्यूरो। खुफिया एजेंसी आईबी की तरफ से गणतंत्र दिवस पर आतंकी हमले की चेतावनी के बाद देश भर में अलर्ट है। सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए जगह-जगह मॉक ड्रिल किए जा रहे हैं। गुजरात के सूरत में किया गया मॉक ड्रिल उस समय विवादों में आ गया जब डमी आतंकी को पुलिस ने नमाजी टोपी में दिखा दिया।
इसको लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने अपना विरोध जताया है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप सेजुल ने घटना पर खेद व्यक्त किया है।
जानकारी के मुताबिक, सूरत ग्रामीण पुलिस ने डाभरी गांव में मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इसमें जिन तीन लोगों को आतंकी के रूप में दर्शाया गया, वे नमाजी टोपी पहने हुए थे। इनमें से एक पुलिसकर्मी जबकि दो स्थानीय ग्रामीण हैं। इससे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया।
गुजरात माइनॉरिटी सेल के प्रमुख महबूब अली बाबा ने पुलिस अधीक्षक से इसकी शिकायत की। पुलिस अधीक्षक ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्र्वासन दिया है। महबूब अली बाबा का कहना है कि इतिहास यह कहता है कि जब भी बाहर से आतंकवादी देश में घुसे हैं तो कोई टोपी पहनकर नहीं आए थे।
अगर इस्लामिक या किसी अन्य मजहब का लिबास पहनाकर मॉक ड्रिल किया जाए तो समाज में गलत संदेश जाता हैं। इस बात से सभी सहमत है कि इस्लाम या कोई धर्म आतंकवाद का समर्थन नहीं करता।
वहीं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हमारा इरादा किसी समुदाय विशेष को बदनाम करना नहीं था। जो भी हुआ भूलवश हुआ है। संबंधित अधिकारियों को इस बारे में निर्देश दे दिए गए हैं।
(साभार : नई दुनिया)

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।