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    स्वच्छ भारत मिशन का असर, शहरी क्षेत्रों में सफाई का स्तर बढ़ा

    By Gunateet OjhaEdited By:
    Updated: Tue, 02 May 2017 10:29 PM (IST)

    राष्ट्रीय स्तर पर 434 शहरों में स्वच्छता का स्तर जांचने के लिए स्वच्छता सर्वेक्षण किया गया, जिसका नतीजा गुरुवार को घोषित किया जाएगा।

    स्वच्छ भारत मिशन का असर, शहरी क्षेत्रों में सफाई का स्तर बढ़ा

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। शहरी क्षेत्रों में साफ सफाई के प्रति जागरुकता बढ़ी है। ज्यादातर शहरी निकायों में सफाई कर्मचारियों की भर्तियां की गईं, जिससे स्वच्छता अभियान को चलाने में मदद मिली है। राष्ट्रीय स्तर पर 434 शहरों में स्वच्छता का स्तर जांचने के लिए स्वच्छता सर्वेक्षण किया गया, जिसका नतीजा गुरुवार को घोषित किया जाएगा।

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    स्वच्छ भारत मिशन के तहत पिछले एक साल के भीतर देश में सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण किया गया, जिसमें कुल 18 लाख नागरिकों ने हिस्सा लिया है। यह सर्वेक्षण देश के शहरों व कस्बों की सफाई को लेकर किया गया है। इससे लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता बढ़ी है।

    देश के कुल 434 शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान चलाया गया, जिसमें 18 लाख नागरिकों ने स्वच्छता से जुड़े छह सवाल पूछे गये। इसमें क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया ने अहम भूमिका निभाई है। इन शहरों व कस्बों के कुल 17500 स्थलों की सफाई का मुआयना किया गया। इनमें 2680 रिहायसी स्थल, 2680 वाणिज्यिक स्थल और 2582 सामुदायिक शौचालयों का निरीक्षण किया गया।

    स्वच्छता सर्वेक्षण के नतीजों से प्रसन्न शहरी विकास मंत्री

    एम. वेंकैया नायडू ने प्रसन्नता जताते हुए उत्साहजनक बताया। स्वच्छ भारत मिशन का असर जमीनी स्तर पर दिखने लगा है। स्वच्छता की रैंकिंग के मुकाबले लोगों की सहभागिता ज्यादा अहम रही है। सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक 83 फीसद लोगों ने पिछले साल के मुकाबले अपने शहर और क्षेत्र को ज्यादा साफ सुथरा कहा। जबकि 82 फीसद लोगों ने माना कि स्वच्छता के बुनियादी ढांचे व सेवाओं में सुधार हुआ है। 80 फीसद लोगों ने कहा कि सामुदायिक शौचालयों में इस दौरान बेहतर सफाई हुई है। वहां पानी की आपूर्ति हो रही थी। 75 फीसद रिहायशी शहरी क्षेत्र निरीक्षण के दौरान स्वच्छ पाये गये। 185 शहरों में रेलवे स्टेशन के आसपास का क्षेत्र साफ सुथरा देखा गया। घरों से कूड़ा उठाने के मामले में पाया गया कि 297 शहरों के 80 फीसद वार्डों में ऐसा पाया गया। 226 शहरों व कस्बों के 75 फीसद क्षेत्रों में दिन में दो-दो बार झाडू लगाई गई। 227 शहरी स्थानीय निकायों में सफाई कर्मचारियों की भर्तियां बढ़ी है।

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