प्रेमिका से शादी करने के लिए पीयूष ने करवाई पत्नी ज्योति की हत्या
दो दिन पहले हुए सनसनीखेज ज्योति हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया। ज्योति की हत्या उसके पति पीयूष ने ही अपने पूर्व ड्राइवर को सुपारी देकर कराई थी। पीयूष के पड़ोसी युवती से अवैध संबंध थे और उसने ज्योति को रास्ते से हटाने के लिए षड्यंत्रपूर्वक हत्या करा दी। पुलिस ने पीयूष और ड्राइवर अवधेश को गिरफ्तार कर लिया है। फरार अवधेश को ओरैया से गिरफ्तार किया गया।
जागरण संवाददाता, कानपुर । बिस्किट कारोबारी के पुत्र पीयूष श्यामदसानी ने ही अपनी पत्नी ज्योति की हत्या करवाई थी। अपनी प्रेमिका मनीषा मखीजा से शादी करने के लिए उसने पूरी साजिश रची थी। पीयूष ने मनीषा के पूर्व चालक अवधेश को हत्या की सुपारी दी थी। मनीषा ने भी साजिश में सहयोग किया। घटना के चौथे दिन बुधवार को आईजी जोन आशुतोष पांडेय ने इस बहुचर्चित व हाई प्रोफाइल मामले का राजफाश किया। मनीषा और ड्राइवर अवधेश के साथ ही दो अन्य हत्यारोपियों रेनू और सोनू को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ चल रही है। पीयूष को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
आईजी जोन ने बताया कि पीयूष के अपने पड़ोसी मसाला कारोबारी की बेटी मनीषा के साथ शादी से पहले से ही प्रेम संबंध थे। पीयूष उससे शादी करना चाहता था लेकिन कुंडली न मिलने के कारण शादी नहीं हो पाई। 28 नवंबर, 2012 को ज्योति के साथ पीयूष की शादी हो गई लेकिन उसका प्रेमिका से प्रेम संबंध खत्म नहीं हुआ। इसकी जानकारी होने पर ज्योति ने विरोध किया। पीयूष और ज्योति में कई बार तकरार हुई थी। पुलिस के अनुसार ऐसी परिस्थिति बन गई कि पीयूष जल्द से जल्द मनीषा से शादी करना चाहता था, लेकिन ज्योति बाधा बन रही थी। इस पर पीयूष ने प्रेमिका के साथ मिलकर ज्योति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
50 हजार में दी हत्या की सुपारी
मनीषा ने ज्योति की हत्या के लिए अपने पूर्व ड्राइवर अवधेश को तैयार किया और उसे पचास हजार रुपये का लालच दिया। तीस हजार रुपये पेशगी के तौर पर दिए गए। 27 जुलाई को पीयूष ज्योति को रेस्टोरेंट में ले गया। अवधेश इस बीच बिग बाजार जाकर चार चाकू खरीद लाया। रेस्टोरेंट में पीयूष ने ज्योति को लांग ड्राइव पर चलने के लिए मनाया। जब उसने ज्यादा रात होने के कारण खतरा जताया तो पीयूष ने कहा कि अवधेश को बुला लिया है, कार वही चलाएगा। रात्रि लगभग सवा ग्यारह बजे पीयूष और ज्योति रेस्टोरेंट से निकले। सड़क पर अवधेश अपने एक साथी के साथ खड़ा था। अवधेश ने ड्राइविंग सीट संभाली और उसका साथी आगे की सीट पर बैठ गया। ज्योति के साथ पीयूष पीछे की सीट पर था। गाड़ी कुछ दूर आगे बढ़ी तभी अवधेश के दो साथी रेनू और सोनू भी मिल गए। इनके मिलते ही अवधेश ने गाड़ी रोकी और पीयूष बहाने से नीचे उतर गया। बंद गाड़ी में अवधेश के साथी रेनू और सोनू ने ज्योति को गला दबाकर मार डाला। अवधेश ने ज्योति को चाकुओं से गोदा। तीनों गाड़ी लेकर पनकी रोड पर गए और वहां गाड़ी को सड़क पर छोड़कर फरार हो गए। इस बीच पीयूष घर पर गया और वहां से परिजनों के साथ थाने पहुंचकर पत्नी के अपहरण की जानकारी पुलिस को दी। यही नहीं इस बीच पीयूष प्रेमिका से भी मिला और उसे अपना मोबाइल देकर उसे नष्ट करने के लिए कहा।