हिमालयी क्षेत्र में तेज भूकंप के कारण का चला पता
इटली के नार्सिया ने 6.2 तीव्रता के भूकंप का सामना किया। दोनों ही जगहों पर विनाशकारी भूकंप के कारण जान-माल को बहुत नुकसान हुआ था। ...और पढ़ें

जेनेवा, प्रेट्र। स्विट्जरलैंड के वैज्ञानिकों ने हिमालयी क्षेत्रों में आने वाले तेज भूकंप के कारण का पता लगा लिया है। वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत (लिथोस्फेयर) में मौजूद टेक्टॉनिक प्लेट की टक्कर से पहाड़ी क्षेत्रों में तेज भूकंप आता है। लिथोस्फेयर में सात बड़ी और कई छोटी टेक्टॉनिक प्लेट होती हैं। जितनी तेज गति से ये प्लेट आपस में टकराती हैं, तापमान उतना अधिक ठंडा हो जाता है।
इसके कारण भूकंप की तीव्रता बढ़ जाती है। मालूम हो कि 2015 में नेपाल में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके एक साल बाद इटली के नार्सिया ने 6.2 तीव्रता के भूकंप का सामना किया। दोनों ही जगहों पर विनाशकारी भूकंप के कारण जान-माल को बहुत नुकसान हुआ था।
इसके बाद से ही वैज्ञानिक भूकंप के भौतिक कारणों का पता लगाने की कोशिश में जुटे थे लेकिन कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया। पहली बार शोधकर्ताओं ने 2डी मॉडल का निर्माण कर टेक्टॉनिक प्लेटों का अध्ययन किया। अर्थ और प्लेनेटरी साइंस लेटर जर्नल में प्रकाशित इस शोध से जुड़े शोधकर्ताओं का कहना है कि ये प्लेट फिसलती और आपस में टकराती हैं जिससे पहाड़ों और ज्वालामुखियों में कंपन के कारण भूकंप आता है।

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