रेल किराया बढ़ाने पर मोदी सरकार को चौतरफा घेरने की कोशिश
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार द्वारा रेल और माल भाड़े में बढ़ोतरी के फैसले का विपक्ष ने कड़ा विरोध करते हुए कहा है कि क्या इसी तरह आएंगे अच्छे ...और पढ़ें

नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार द्वारा रेल और माल भाड़े में बढ़ोतरी के फैसले का विपक्ष ने कड़ा विरोध करते हुए कहा है कि क्या इसी तरह आएंगे अच्छे दिन? बढ़े किराए की वजह से नरेंद्र मोदी पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। विपक्ष को मोदी पर हमले का बड़ा हथियार मिल गया है। विपक्ष का कहना है कि मोदी ने लोगों से झूठ बोलकर सत्ता हासिल किया है। मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार के सत्ता में आते ही महंगाई कम होगी और अच्छे दिन आएंगे। लेकिन रेल भाड़े में 14 और माल भाड़े में छह फीसद से अधिक की बढ़ोतरी कर सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं
पूर्व रेलमंत्री लालू यादव ने कहा कि यही है मोदी सरकार के अच्छे दिन लाने का तरीका। उन्होंने जनता से झूठ बोला है। लालू ने कहा कि अभी तो इस सरकार ने सिर्फ सूई लगाई है अभी ऑपरेशन किया जाना तो बांकी ही है। लालू ने कहा कि मोदी सरकार को रेल किराया बढ़ोतरी का फैसला वापस लेना चाहिए।
एक और पूर्व रेल मंत्री नीतीश कुमार ने भी सरकार के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह से रेल बजट से पहले रेल किराया बढ़ाया जाना कतई उचित नहीं है। रेल बजट में रेल मंत्री अपनी बात रखते तो बात अलग थी। यही है मोदी सरकार के अच्छे दिन?
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री आजम खान ने मोदी सरकार के इस फैसले पर कहा कि जब से यह सरकार आई है, हाल बेहाल है। बिजली, पानी और कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गई है। उपर से रेल किराए में बढ़ोतरी कर सरकार ने दिखा दिया कि ऐसे ही अच्छे दिन आने वाले थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि विपक्ष में रह कर दोष निकालना और सरकार चलाना अलग अलग चीजें हैं। अब मोदी सरकार को पता चल रहा है कैसे कैसे कदम उठाने पड़ते हैं।
वामपंथी नेता अतुल अंजान ने कहा कि इसी तरह से जनता की पीठ पर लात मारने से आएंगे अच्छे दिन? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने कहा कि बजट से पहले रेल किराया बढ़ाया जाना ठीक बात नहीं है।

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