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चीन सीमा पर भारत बनाएगा 54 नई चौकियां

अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा पर आइटीबीपी के लिए 54 नई चौकियां का निर्माण किया जाएगा। भारत तिब्बत सीमा पुलिस [आइटीबीपी] के लिए तैयार होने वाली नई चौकियां सेटेलाइट फोन कनेक्टिविटी के अलावा सौर ऊर्जा से चालित और आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन चौकियों के निर्माण को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। फिलहाल अरुणाचल प्रदेश में आइटीबीपी की 30 चौकियां हैं।

By Edited By: Published: Tue, 10 Jun 2014 07:20 PM (IST)Updated: Wed, 11 Jun 2014 07:27 AM (IST)

नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा पर आइटीबीपी के लिए 54 नई चौकियां का निर्माण किया जाएगा। भारत तिब्बत सीमा पुलिस [आइटीबीपी] के लिए तैयार होने वाली नई चौकियां सेटेलाइट फोन कनेक्टिविटी के अलावा सौर ऊर्जा से चालित और आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन चौकियों के निर्माण को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। फिलहाल अरुणाचल प्रदेश में आइटीबीपी की 30 चौकियां हैं।

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अरुणाचल में चीनी सीमा पर नई चौकियों के निर्माण से आइटीबीपी के जवानों को सीमा पर चौकसी, गश्त करने और घुसपैठ जैसी वारदातों पर नकेल कसने में सहूलियत होगी। सूत्रों का कहना है कि हाल ही में आइटीबीपी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास 54 नई चौकियों के निर्माण का प्रस्ताव भेजा था, जो अभी विचाराधीन है, लेकिन सरकार की ओर से इस प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। सेटेलाइट फोन कनेक्टिविटी से युक्त नई चौकियां सौर ऊर्जा से चालित होंगी, जहां आइटीबीपी जवानों के ठहरने और आराम करने की सुविधा भी होगी। आपात स्थिति से निपटने के लिए एक छोटी टुकड़ी के रहने की भी व्यस्था होगी। चौकियों के आधुनिकीकरण और बेहतर सीमा प्रबंधन योजना को चीनी सीमा पर भारतीय सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने की दिशा के रूप में देखा जा रहा है।

वर्तमान में हिमाचल, उत्तराखंड और सिक्किम में चीन से लगती सीमा पर आइटीबीपी की 142 चौकियां हैं। अकेले अरुणाचल में 30 चौकियां हैं, लेकिन इस राज्य पर चीन अपना दावा जताता रहा है, जिसके चलते और चौकियों की जरूरत है। जम्मू-कश्मीर के बाद अरुणाचल दूसरा सबसे बड़ा भारतीय राज्य है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय सीमा चीन से लगती है। अरुणाचल में चीन की सीमा पर कुछ चौकियां तो नौ हजार से 18 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद हैं।

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