पिछले चुनाव से 1 फीसद ज्यादा हुई वोटिंग, अब मतगणना पर नजर
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए शनिवार को हुए मतदान में पिछले सारे रिकॉर्ड टूट गए। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार राजधानी में 67 फीसद मतदान हुआ है, जो कि पिछले चुनाव के मुकाबले एक फीसद ज्यादा है।
नई दिल्ली (राज्य ब्यूरो)। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए शनिवार को हुए मतदान में पिछले सारे रिकॉर्ड टूट गए। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार राजधानी में 67 फीसद मतदान हुआ है, जो कि पिछले चुनाव के मुकाबले एक फीसद ज्यादा है। अनधिकृत से लेकर पॉश कॉलोनियों के मतदाताओं ने जमकर मतदान किया। हिंसा की छिटपुट वारदातों और कुछ स्थानों पर ईवीएम की खराबी की घटनाओं को छोड़ दें, तो मतदान शांतिपूर्ण रहा। अब सभी की नजर मंगलवार 10 फरवरी को आने वाले नतीजों पर है।
14 माह में तीसरा चुनाव
बीते 14 माह में राजधानी में यह तीसरा चुनाव है। राजधानी की अनधिकृत व पॉश कॉलोनियों, झुग्गी-झोपड़ियों सहित अन्य इलाकों में सुबह से मतदान को लेकर भारी उत्साह देखा गया। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भी जमकर वोट पड़े। विभिन्न मतदान केंद्रों पर सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें लगनी शुरू हो गईं और देर शाम तक मतदाताओं ने पूरे जोश के साथ मताधिकार का प्रयोग किया। बुजुर्गो, नौजवानों, महिलाओं और युवाओं ने भी बड़ी संख्या में मताधिकार का प्रयोग किया।
जागरण ने चलाया था अभियान
राजधानी में मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए दैनिक जागरण ने ‘सभी चुनें, सही चुनें’ का नारा देकर जोरदार अभियान चलाया था। सीईओ कार्यालय ने भी लगातार अलग-अलग कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को मतदान के प्रति प्रेरित किया।
दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
इस चुनाव में आप संयोजक व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी और चुनाव में कांग्रेस का चेहरा बनाए गए अजय माकन सहित कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। सर्वे में भाजपा और आप के बीच कड़ी टक्कर की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस की स्थिति पिछली विधानसभा चुनाव से भी बदतर हो गई है।
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