20 हजार करोड़ रुपये के रक्षा सौदों को मंजूरी
एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के दौरे पर हैं, वहीं रक्षा मंत्रालय ने ने लंबे समय से अटके पड़े वायुसेना के लिए परिवहन विमान सौदे को बुधवार को मंजूरी दे दी। इसके तहत 20 हजार करोड़ रुपए की लागत से सेना के लिए परिवहन विमान खरीदे जाएंगे।
नई दिल्ली। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के दौरे पर हैं, वहीं रक्षा मंत्रालय ने ने लंबे समय से अटके पड़े वायुसेना के लिए परिवहन विमान सौदे को बुधवार को मंजूरी दे दी। इसके तहत 20 हजार करोड़ रुपए की लागत से सेना के लिए परिवहन विमान खरीदे जाएंगे।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि वायुसेना के पुराने पड़ चुके एब्रो विमान बेड़े को सी-295 विमानों से बदला जाएगा। इस सौदे के तहत एयरबस -टाटा समूह से 16 विमान खरीदे जाएंगे जबकि शेष 40 विमान मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत देश में ही इस समूह के द्वारा बनाए जाएंगे।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार बैठक में रूस के उस प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई, जिसमें मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत कामोव का-226टी हेलिकॉटरों का निर्माण किया जाएगा।
इसके अलावा बैठक में भारतीय नौसेना के लिए 2700 करोड़ रुपए की लागत से छह नयी ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली की खरीद और 2900 करोड़ रुपए की लागत से अमेरिका से 145एम 777 हाविट्जर गन की खरीद को भी मंजूरी दी गई है।
यह खरीद सरकार से सरकार पर स्तर की जाएगी। बैठक में दो बोइंग 777-300 विमानों को वीवीआईपी यात्रा विमानों में बदलने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई है।
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