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    दाऊद पर मोदी के बचाव में कांग्रेस भी बोली

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    Updated: Thu, 01 May 2014 08:05 AM (IST)

    नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे पाकिस्तान को भाजपा ही नहीं कांग्रेस ने भी चेताया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा था कि मोदी प्रधानमंत्री बने तो क्षेत्र की शांति व्यवस्था पर असर पड़ेगा। भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने पाकिस्तान को आगाह किया कि वह भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करे। साथ ही चेतावनी भी दी कि अब पाकिस्तान को अपना रंग-ढंग बदलना होगा। केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने भी कहा कि पाकिस्तान को बयानबाजी छोड़ दाऊद को भारत के हवाले करना चाहिए। निसार

    नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे पाकिस्तान को भाजपा ही नहीं कांग्रेस ने भी चेताया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा था कि मोदी प्रधानमंत्री बने तो क्षेत्र की शांति व्यवस्था पर असर पड़ेगा। भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने पाकिस्तान को आगाह किया कि वह भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करे। साथ ही चेतावनी भी दी कि अब पाकिस्तान को अपना रंग-ढंग बदलना होगा। केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने भी कहा कि पाकिस्तान को बयानबाजी छोड़ दाऊद को भारत के हवाले करना चाहिए। निसार का यह बयान ऐसे समय आया है, जब भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित कह चुके हैं कि चुनाव बाद बनने वाली नई सरकार के साथ पाक शांतिपूर्ण रिश्ते चाहता है, ताकि दोनों देशों के बीच बातचीत जारी रखकर द्विपक्षीय विवादों को सुलझाया जा सके। निसार की टिप्पणी के बाद बुधवार को बासित ने फिर इसी बात को दोहराया।

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    चुनावी माहौल में छिड़े आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बीच पाकिस्तान ने मामला और गर्म कर दिया। मीनाक्षी ने इसी बहाने संप्रग सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे बयान देते फिर रहे हैं कि सरकार दाऊद को लाएगी। मोदी ने तो यही पूछा था कि क्या अमेरिका ओसामा बिन लादेन को मारने से पहले बयान दे रहा था। अब पाकिस्तान भारत के चुनावी और आंतरिक मसलों पर टीका टिप्पणी कर रहा है तो वह इसलिए क्योंकि संप्रग ने विदेश नीति कमजोर कर दी है, लेकिन अब उन्हें अपने तौर तरीके ठीक करने होंगे। मीनाक्षी ने कहा कि एक तरह से पाकिस्तान ने मान लिया है कि दाऊद वहीं छिपा बैठा है। कायदे से उसे दाऊद को भारत के हवाले कर देना चाहिए। बजाय इसके पड़ोसी मुल्क भारत के मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है, जो मंजूर नहीं है। मनीष तिवारी ने भी कुछ इसी अंदाज में कहा कि पाकिस्तान की बयानबाजी दुर्भाग्यपूर्ण है। दाऊद भारत का अपराधी है और उसे हमें सौंपा जाना चाहिए।

    विवाद के बीच बुधवार को बासित ने मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस कर स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की नजर भारत के आम चुनाव पर है। कोई भी सरकार बनाए, हमारे रुख में बदलाव नहीं आएगा। हम भारत के साथ जल्द से जल्द शांतिवार्ता शुरू करना चाहते हैं। दरअसल, मोदी से सुशील कुमार शिंदे के एक बयान पर टिप्पणी मांगी गई थी, जिसमें गृह मंत्री ने कहा था कि भारत पाकिस्तान से दाऊद को लाने के लिए एफबीआइ की मदद ले रहा है। इस पर मोदी ने पूछा था कि क्या अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मार गिराने से पहले प्रेस कांफ्रेंस की थी। शर्म की बात है कि गृह मंत्री ने ऐसा बयान जारी किया।

    पढ़ें: दाऊद को भारत लाने से पहले इसकी घोषणा तो नहीं करनी होगी: मोदी