राहुल पर दिए विवादित बयान मामले में रामदेव पर मुकदमा
राहुल गांधी के दलितों के घर जाकर हनीमून व पिकनिक मनाए जाने के योगगुरु बाबा रामदेव के बयान का शनिवार को व्यापक विरोध हुआ। योगगुरु ने बयान पर खेद भी जताया बावजूद इसके उनके खिलाफ आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल का लखनऊ में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। भाजपा बाबा रामदेव के बचाव में उतर आई है और उसके नेताओं ने कहा है कि योगगुरु संत हैं। उसे कांग्रेस नेता की मंशा से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। जबकि कांग्रेस ने बयान को शर्मनाक बताते हुए बाबा रामदेव और नरेंद्र मोदी से बिना शर्त माफी की मांग की है।
नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। राहुल गांधी के दलितों के घर जाकर हनीमून व पिकनिक मनाए जाने के योगगुरु बाबा रामदेव के बयान का शनिवार को व्यापक विरोध हुआ। योगगुरु ने बयान पर खेद भी जताया बावजूद इसके उनके खिलाफ आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल का लखनऊ में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। भाजपा बाबा रामदेव के बचाव में उतर आई है और उसके नेताओं ने कहा है कि योगगुरु संत हैं। उसे कांग्रेस नेता की मंशा से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। जबकि कांग्रेस ने बयान को शर्मनाक बताते हुए बाबा रामदेव और नरेंद्र मोदी से बिना शर्त माफी की मांग की है।
वडोदरा पहुंचे योगगुरु ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष गरीबों के घर केवल प्रचार पाने के लिए जाते हैं। उनका जाना पिकनिक मनाने जैसा या पर्यटन जैसा होता है। यही उनके कहने का आशय था। शुक्रवार को लखनऊ में जो बयान दिया था, उसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया। 'हनीमून पीरियड' का इस्तेमाल आमतौर पर राजनीतिक बोलचाल में होता है। उनका राहुल गांधी या दलित समुदाय को अपमानित करने या उन्हें चोट पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। अगर उनकी बातों से किसी को बुरा लगा है तो वह उसके लिए खेद व्यक्त करते हैं।
योगगुरु के बयान पर लखनऊ के महानगर थाने में शनिवार को मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एएसपी हबीबुल हसन के अनुसार बाबा के कार्यक्रम का वीडियो देखने और सुनने के बाद यह कार्रवाई की गई है। कांग्रेस की ओर से केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम, कुमारी सैलजा और कृष्णा तीरथ ने योगगुरु के बयान पर कड़ी आपत्ति जतायी है। उन्होंने बयान को दलित महिलाओं का अपमान बताया है।
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रामदेव के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत
''योग गुरु रामदेव एक संत हैं। जब वह हनीमून जैसे अंग्रेजी शब्द का चयन करते हैं तो उसके संदर्भ को समझा व देखा जाना चाहिए। इसका वैसा अर्थ नहीं है जैसा कांग्रेस नेता अपनी समझ से लगा रहे हैं।''
- शाहनवाज हुसैन, भाजपा प्रवक्ता
''रामदेव ने दलितों के खिलाफ कुछ भी गलत नहीं कहा है और उनका इरादा भी गलत नहीं था। हनीमून शब्द अलग-अलग संदर्भ में इस्तेमाल होता है। उन्होंने कुछ गलत कहा होता तो एक दलित नेता के रूप में मैंने खुद भी उनका विरोध किया होता।''
- उदित राज, दलित वर्ग के भाजपा नेता
''राहुल गांधी के संदर्भ में स्वघोषित बाबा रामदेव ने असभ्य बयान दिया है जो दलित महिलाओं को अपमानित करने वाला व उनकी प्रतिष्ठा गिराने वाला बयान है। रामदेव के खिलाफ अनुसूचित जाति/जनजाति कानून के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए।'' -बृंदा करात, सदस्य, माकपा पोलित ब्यूरो
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