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चीनी सैनिकों ने फिर लांघी हद, सुरक्षा बलों ने वापस धकेला

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। ब्राजील में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात से ऐन पहले भी चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय हद लांघी। बीते तीन दिनों में चीनी सैनिकों ने दो बार दैमचोक और चुमार इलाके में भारतीय हद पार की और भारतीय सुरक्षा बलों को उन्हें वापस धकेलना पड़ा।

By Edited By: Published: Wed, 16 Jul 2014 07:20 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jul 2014 09:53 PM (IST)
चीनी सैनिकों ने फिर लांघी हद, सुरक्षा बलों ने वापस धकेला

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। ब्राजील में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात से ऐन पहले भी चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय हद लांघी। बीते तीन दिनों में चीनी सैनिकों ने दो बार दैमचोक और चुमार इलाके में भारतीय हद पार की और भारतीय सुरक्षा बलों को उन्हें वापस धकेलना पड़ा।

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सीमा पर चीनी सैनिकों की घुसपैठ का मामला ऐसे वक्त सामने आया जब ब्राजील में मोदी और चिनफिंग की मुलाकात में सरहद विवाद के समाधान पर जोर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर दैमचोक क्षेत्र में चीनी सैनिक एक वाहन में सीमा पार कर घुस आए। पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक इसे चीनी क्षेत्र बताते हुए इलाके की गश्त पर जोर दे रहे थे। हालांकि भारतीय सैनिकों ने उन्हें वापस लौटा दिया। निर्धारित बैनर ड्रिल के बाद दोनों पक्ष लौट गए।

सूत्रों के मुताबिक, 13 जुलाई को भी चीनी सैनिकों की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चुमार क्षेत्र में घुसपैठ दर्ज की गई। महत्वपूर्ण है कि रक्षा मंत्री ने मंगलवार को राज्यसभा में दिए उत्तर में चीनी हेलिकॉप्टरों की हालिया घुसपैठ के दो मामलों को भी स्वीकार किया। हेलिकॉप्टरों की घुसपैठ का एक मामला चुमार क्षेत्र में ही दर्ज किया गया था। हालांकि रक्षा मंत्रालय के मुताबिक सीमा पर दोनों पक्षों की धारणाओं के मतभेद के कारण इस तरह की घटनाएं होती हैं। वैसे इन मामलों को फ्लैग मीटिंग के अलावा सीमा तंत्र की निर्धारित व्यवस्थाओं के तहत उठाया जाता है।

उल्लेखनीय है कि बीते एक साल के दौरान सीमा पर इस तरह की घुसपैठ के कई मामले सामने आए थे। गत वर्ष अप्रैल में दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में चीनी सैनिकों के तंबू लगाकर 21 दिनों तक जमे रहने का मामला भी पेश आया था। इसके बाद भारत और चीन ने सीमा रक्षा सहयोग के लिए अक्टूबर, 2013 में नया समझौता भी किया था।

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