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    चीनी हेलीकॉप्टरों ने तीन माह में दो बार लांघी हद

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    Updated: Tue, 15 Jul 2014 09:04 PM (IST)

    भारत के साथ दोस्ती की तमाम दलीलों के बावजूद सीमा पर चीनी सैनिकों के हद लांघने का सिलसिला जारी है। गत माह भारत की नई सरकार के साथ दोस्ती का पैगाम लेकर आए चीनी विदेश मंत्री की यात्रा के महज तीन दिन बाद उत्तराखंड में पीएलए के हेलीकॉप्टर वास्तविक नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुस आए। भारत ने फ्लैग मी

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    नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। भारत के साथ दोस्ती की तमाम दलीलों के बावजूद सीमा पर चीनी सैनिकों के हद लांघने का सिलसिला जारी है। गत माह भारत की नई सरकार के साथ दोस्ती का पैगाम लेकर आए चीनी विदेश मंत्री की यात्रा के महज तीन दिन बाद उत्तराखंड में पीएलए के हेलीकॉप्टर वास्तविक नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुस आए। भारत ने फ्लैग मीटिंग में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई थी।

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    रक्षा मंत्रालय के मुताबिक 13 जून को उत्तराखंड में चीनी हेलिकाप्टर वास्तविक नियंत्रण रेखा लांघी। इस मामले को चीन के साथ उठाते हुए भारत ने 23 जून को हुई फ्लैग मीटिंग में अपना एतराज दर्ज कराया। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर दोनों पक्षों की अलग धारणा के कारण हद लांघने जैसे मामले होते हैं।

    चीनी हेलीकॉप्टरों की घुसपैठ के मामलों की कड़ी में उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल को भी उत्तराखंड में इस तरह का मामला दर्ज किया गया जिसे 5 मई 2014 को हुई फ्लैग मीटिंग में चीन के साथ उठाया गया।

    उल्लेखनीय है कि भारत में नई सरकार के गठन के बाद सबसे पहले अपने विदेश मंत्री वांग यी को 8-10 जून के बीच दिल्ली भेजा था। चीनी सरकार की ओर से दोस्ती और बेहतर संबंधों का संदेश लेकर आए चीनी विदेश मंत्री भारत के साथ रिश्तों को बेहद अहम करार दिया था। चीनी विदेश मंत्री का कहना था कि यदि सीमा मामले को ठीक तरीके से संभाला जाए तो दोनों देश रणनीतिक सहयोग की साझेदारी को नए स्तर पर ले जा सकते हैं।

    गौरतलब है कि बीते साल भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों के आमने-सामने आने और गतिरोध का भी मामला सामने आया था। साथ ही उत्तराखंड के चुमार इलाके में चीनी सैनिकों के घुसपैठ कर निगरानी कैमरा तोड़ने एवं भारतीय चरवाहों को उनके जानवरों के साथ पकड़ने का भी मामला भी सामने आया था।

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