Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रिश्ते मजबूत करने अगले माह भारत आएंगे चीनी राष्ट्रपति

    By Edited By:
    Updated: Wed, 13 Aug 2014 09:58 PM (IST)

    चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग अगले माह भारत आएंगे। भारत में नई सरकार के साथ रिश्तों की कड़ी को आगे बढ़ाने को पड़ोसी चीन के राष्ट्राध्यक्ष का यह पहला भारतीय दौरा होगा। चिनफिंग के इस दौरे से पहले दोनों पक्ष ठोस नतीजों की जमीन तैयार करने में जुटे हैं। विदेश मंत्रालय के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति सिंतबर के तीसरे

    Hero Image

    नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग अगले माह भारत आएंगे। भारत में नई सरकार के साथ रिश्तों की कड़ी को आगे बढ़ाने को पड़ोसी चीन के राष्ट्राध्यक्ष का यह पहला भारतीय दौरा होगा। चिनफिंग के इस दौरे से पहले दोनों पक्ष ठोस नतीजों की जमीन तैयार करने में जुटे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विदेश मंत्रालय के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति सिंतबर के तीसरे हफ्ते भारत यात्रा पर आएंगे। उनकी इस यात्रा में ठोस उपलब्धियों के लिए दोनों पक्ष प्रयास कर रहे हैं। महत्वपूर्ण है कि बीते सप्ताह म्यांमार में आसियान मुल्कों के विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अपने चीनी समकक्ष से मुलाकात हुई थी। दोनों नेताओं के बीच चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की पहली भारत यात्रा के दौरान संभावित उपलब्धियों पर चर्चा हुई थी।

    उल्लेखनीय है कि मई 2014 में राजग सरकार के सत्ता संभालने के बाद चीन अपने विदेश मंत्री को भारत भेजने वाले पहले मुल्कों में से एक था। सीमा पर शांति बनाए रखने के साथ ही भारत और चीन कारोबारी रिश्तों पर खासा जोर दे रहे हैं। राजग सरकार द्वारा भारत में ढांचागत परियोजनाओं की रफ्तार बढ़ाने की कोशिशों में चीन की भी नजर है जो आधारभूत निर्माण योजनाओं में अपनी कंपनियों के लिए ठेके चाहता है।

    भारत की कोशिश भी चीन के साथ अपने व्यापार असंतुलन को बराबर करने पर है। साथ ही भारतीय खेमा भारत की फार्मास्युटिकल क्षेत्र की कंपनियों के लिए चीन में बराबरी का मैदान चाहता है। साथ ही चीनी आइटी बाजार में भी भारत अपने सॉफ्टवेयर कंपनियों के लिए रियायतों की मांग कर रहा है ताकि बड़े बाजार का दोहन किया जा सके।

    पढ़ें: पीओके से घुसपैठ रोकेगा चीन

    पढें: मोदी ने सीमा विवाद सुलझाने को चिनफिंग पर बनाया दबाव