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    उपचुनाव: श्रीनगर में 8 की मौत, 150 जवान घायल; सिर्फ 7.14 फीसद वोटिंग

    By Kishor JoshiEdited By:
    Updated: Mon, 10 Apr 2017 08:06 AM (IST)

    देश के नौ राज्यों में एक लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए रविवार को वोट डाले गए।

    उपचुनाव: श्रीनगर में 8 की मौत, 150 जवान घायल; सिर्फ 7.14 फीसद वोटिंग

    श्रीनगर/नई दिल्ली(एजेंसी)। रविवार को जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर की लोकसभा सीट व सात राज्यों की नौ विधानसभा सीटों के उप-चुनाव हुए। श्रीनगर में भारी हिंसा के बीच अब तक का सबसे कम 7.14 फीसद मतदान हुआ। श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में हिंसक झड़पों में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 सुरक्षाकर्मी, 12 चुनाव कर्मी व 36 नागरिक नागरिक घायल हो गए।

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    पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 1998 के बाद वो पहली बार इतने खराब हालात देख रहे हैं। वहीं, दिल्ली, प. बंगाल, राजस्थान समेत छह राज्यों की आठ विस सीटों पर 60 से 79 फीसदी तक मतदान हुए हैं। मप्र के अटेर विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में भी जमकर हिंसा हुई।
    बड़गाम में 200 झड़पें
    श्रीनगर लोस क्षेत्र में आने वाले जम्मू-कश्मीर के तीन जिलों श्रीनगर, बड़गाम व गंदरबल में मतदान के दौरान व्यापक हिंसा हुई। बड़गाम में सर्वाधिक 200 जगह हिंसक झड़पें हुई। 70 फीसदी मतदान केंद्रों पर वोटिंग नहीं हो सकी। बूथ जलाने, उनमें तोड़फोड़ करने व ईवीएम को नुकसान पहुंचाने जैसी घटनाएं हुई। अलगाववादियों ने मतदान के बहिष्कार का एलान किया था, इसीलिए रविवार को वोटरों को हिंसा फैलाकर डरा दिया गया। अगले दो दिन बंद का एलान किया गया है, इसलिए तीनों जिलों में इंटरनेट सेवा स्थगित कर दी गई है।
    2014 में 26 फीसदी पड़े थे वोट, हारे थे फारूक
    श्रीनगर संसदीय क्षेत्र के 12.61लाख वोटरों में से 90,035 लोगों ने मतदान किया। 2014 के लोस चुनाव में यहां 26 फीसदी वोट पड़े थे। इस सीट से नेकां प्रमुख फारूक अब्दुल्ला पिछली बार 42 हजार से ज्यादा वोट से हारे थे। यह सीट पीडीपी के तारिक कर्रा के इस्तीफे से खाली हुई थी। यहां इस बार भी फारूक मैदान में हैं। श्रीनगर सीट पर इससे पहले 1999 में सबसे कम 11.93 फीसदी मतदान हुआ था।

    जिन विधान सभा सीटों पर उप चुनाव के लिए मतदान हुआ उनमें दिल्ली की राजौरी गार्डन, असम की धेमाजी, हिमाचल प्रदेश की भोरंज, पश्चिम बंगाल की दक्षिण कांथी, मध्य प्रदेश की अटेर और बांधवगढ़, राजस्थान की धौैलपुर, कर्नाटक की नंजनगढ़ और गुंदलूपेट और झारखंड की लिट्टीपाड़ा सीटें शामिल हैं।

    राजस्थान की धौलपुर विधानसभा सीट पर 80 फीसदी मतदान हुआ। यहां ईवीएम मशीनों को लेकर एक बार फिर से सवाल उठे। बहुत सारे वोटरों ने शिकायत की कि वह किसी और पार्टी को वोट दे रहे हैं और वोटर पर्ची किसी ओर पार्टी की निकल रही है। जांच करने पर इस तरह की 18 ईवीएम मशीनों को सील कर उसकी जगह दूसरी ईवीएम मशीनें लगाई गई हैं। इससे नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कई मतदान केंद्रों के बाहर नारेबाजी भी की।

    दिल्ली की राजौरी गार्डन विधानसभा के लिए 46.46 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यहां का मतदान शांतिपूर्ण रहा, हालांकि कई स्थानों से ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें भी आईं। वहीं पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत दक्षिण कांथी विधानसभा के लिए 82 फीसद मतदान हुआ।

    भाजपा का आरोप है कि कांथी के दाउदपुर इलाके में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके कार्यकर्ताओं पर हमला कर उनकी पिटाई कर दी। घटना में भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं के घायल होने की सूचना है। दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश की भोरंज सीट के लिए उपचुनाव में 63.33 फीसद हुआ। यहां मतदान केंद्रों पर मशीनों में तकनीकी खराबी की छिटपुट शिकायतें आईं। झारखंड की लिट्टीपाड़ा सीटे पर 72 फीसद मतदान हुआ। झामुमो प्रत्याशी के निधन के कारण यहां उपचुनाव हो रहा है। अन्य सीटों पर भी शांतिपूर्ण मतदान की खबर है।

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