उपचुनाव की वोटिंग में बिहार सबसे पीछे
देश के चार राज्यों में विधान सभा उपचुनाव के लिए गुरुवार को हुए मतदान में बिहार सबसे पीछे रहा। यहां महज 46.42 फीसद मतदान हुआ, जबकि कर्नाटक की तीन सीटों पर सबसे ज्यादा 72 प्रतिशत वोट पड़े। इसके अलावा मध्य प्रदेश की तीन सीटों पर 70 प्रतिशत व पंजाब की दो सीटों के लिए 66 फीसद मतदान हुआ। लोकसभा चुनाव के बाद इस विस उपचुनाव को भाजपा की ताकत परखने व बिहार में लालू-नीतीश के नए गठबंधन का एसिड टेस्ट माना जा रहा है।
नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। देश के चार राज्यों में विधान सभा उपचुनाव के लिए गुरुवार को हुए मतदान में बिहार सबसे पीछे रहा। यहां महज 46.42 फीसद मतदान हुआ, जबकि कर्नाटक की तीन सीटों पर सबसे ज्यादा 72 प्रतिशत वोट पड़े। इसके अलावा मध्य प्रदेश की तीन सीटों पर 70 प्रतिशत व पंजाब की दो सीटों के लिए 66 फीसद मतदान हुआ। लोकसभा चुनाव के बाद इस विस उपचुनाव को भाजपा की ताकत परखने व बिहार में लालू-नीतीश के नए गठबंधन का एसिड टेस्ट माना जा रहा है।
बिहार में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव छिटपुट घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्ण रहा। नरकटियागंज में सबसे ज्यादा 58 फीसद वोटिंग हुई। मतदान में गड़बड़ी करने वाले 88 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 75 वाहन जब्त किए। सारण में 40, वैशाली में 11 समस्तीपुर में 13, भागलपुर में 20 और बांका में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। मतदाताओं ने 94 उम्मीदवारों की तकदीर वोटिंग मशीन में कैद कर दी है। प्रदेश के अपर मुख्य चुनाव अधिकारी आर लक्ष्मणन के अनुसार चुनाव पर सख्त निगरानी के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 90 कंपनियां लगाई गई थीं।
चारों राज्यों में हुए मतदान की गिनती 25 अगस्त को होगी। कर्नाटक के तीन विधानसभा सीटों पर प्रदेश की सत्ताधारी कांग्रेस व भाजपा में नजदीकी मुकाबला माना जा रहा है। पंजाब के तलवंडी साबो में 80 फीसद मतदान हुआ, जबकि पटियाला में 60 प्रतिशत वोट पड़े।