भाजपा ने शिवसेना को दिया अल्टीमेटम
अपनी सबसे पुरानी सहयोगी शिवसेना के साथ टकराव के रास्ते पर बढ़ते हुए भाजपा ने गुरुवार को सीट बंटवारे के एक फार्मूले पर राजी होने के लिए अल्टीमेटम दे दिया। फार्मूले के तहत भाजपा ने 2
नई दिल्ली/कोल्हापुर। अपनी सबसे पुरानी सहयोगी शिवसेना के साथ टकराव के रास्ते पर बढ़ते हुए भाजपा ने गुरुवार को सीट बंटवारे के एक फार्मूले पर राजी होने के लिए अल्टीमेटम दे दिया।
फार्मूले के तहत भाजपा ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 135 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, जिसे शिवसेना प्रमुख उद्घव ठाकरे पहले ही नकार चुके हैं। अब भाजपा ने ठाकरे को 'आपसी और सम्मानजनक' फार्मूले पर गुरुवार शाम तक हामी भरने का वक्त दिया।
भाजपा के अल्टीमेटम के साथ ही पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कोल्हापुर में कहा कि आत्मसम्मान की कीमत पर कोई भी समझौता नहीं होगा। उन्होंने मुंबई जाने से पहले हवाई अड्डे पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश भाजपा के नेता सीट बंटवारे पर बातचीत की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन शिवसेना की ओर से कोई जवाब नहीं आ रहा।
शाह ने कहा, 'भाजपा दो कदम बढ़ा चुकी है, वे भी दो कदम आगे आएं ताकि महाराष्ट्र के बदलाव के अभियान को आगे बढ़ाया जा सके।' हालांकि शाह ने साफ किया कि कोई भी समझौता आत्मसम्मान की कीमत पर नहीं होगा।
भाजपा के पुख्ता सूत्रों के अनुसार पार्टी 25 साल पुरानी सहयोगी शिवसेना की ओर से सीट बंटवारे पर कोई प्रतिक्रिया न आने से बेहद निराश है। 2009 में भाजपा ने 119 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 169 सीटों पर शिवसेना के प्रत्याशी मैदान में थे। इस बार महायुति में अठावले की आरपीआई, राष्ट्रीय समाज पक्ष, स्वाभिमानी शेतकारी पक्ष और लोकसंग्राम भी शामिल हैं।
भाजपा सूत्र के अनुसार पार्टी शिवसेना की ओर से प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही है। ठाकरे के जवाब की मियाद निकलती जा रही है। इससे भाजपा खेमे में तनाव है। भाजपा इस बात से ज्यादा परेशान है कि 135 सीटों की मांग रखने के बाद से ठाकरे न तो कोई जवाब दे रहे हैं और न ही भाजपा नेताओं से किसी तरह की बातचीत कर रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने भाजपा को जवाब दिए बिना सार्वजनिक रूप से पार्टी की इस मांग को ठुकरा दिया था
जल्द फैसला चाहती है भाजपा
सूत्र बताते हैं कि भाजपा गठबंधन बनाए रखना चाहती है, लेकिन पार्टी ज्यादा इंतजार भी नहीं करना चाहती। भाजपा चाहती है कि जल्द से जल्द फैसला हो ताकि आगे की रणनीति को अंजाम दिया जा सके। गुरुवार को भाजपा की ओर से जो अल्टीमेटम दिया गया, उसके पहले बुधवार देर रात तक भाजपा का शीर्ष नेतृत्व राज्य के नेताओं के साथ मंत्रणा करता रहा। इस बैठक में अमित शाह के अलावा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के प्रभारी राजीव प्रताप रूडी और भाजपा के चुनाव प्रभारी ओम माथुर के अलावा राज्य के शीर्ष नेता शामिल थे। इस बैठक में महायुति टूटने की स्थिति में 'प्लान बी'Þ पर भी चर्चा की गई।
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