खास है कैदी नंबर 9435, सजा पूरी होने तक 65,700 रुपये की होगी कमाई
कैद की सजा काटते हुए शशिकला मोमबत्तियां बनाएंगी जिसके लिए उन्हें हर रोज 50 रुपये दिए जाएंगे।
बेंगलुरु (जेएनएन)। AIADMK की महासचिव शशिकला जेल में हैं, और अगले 3.6 सालों तक वे जेल में रहेंगी। तमिलनाडु में राजकाज का सपना संभालने का ख्वाब देख रहीं शशिकला की नई पहचान बेंगलुरु सेंट्रल जेल में कैदी नंबर 9435 की है। जेल में उन्हें मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाने का काम दिया गया है। बुधवार को जेल में दाखिल होते ही उन्हें कैदियों वाला यूनिफॉर्म- ब्लू साड़ी, प्लेट व ग्लास दिया गया। 50 रुपये प्रतिदिन पर उन्हें मोमबत्ती बनाने का काम सौंपा गया।
कमाई की कुल रकम
जेल में पूरी सजा काटने के दौरान उनकी कमाई करीब 65,700 रुपये की कमाई होगी और यह रकम जेल से छूटने के वक्त उन्हें दिया जाएगा।
हर कैदी को सौंपा जाता है काम
जेल में हर कैदी को काम सौंप जाता है और इसके लिए दिहाड़ी तय की जाती है। काम को देखते हुए शशिकला को भी 50 रुपये की दिहाड़ी तय की गयी है। जेल में प्रवेश के वक्त शशिकला को तीन साड़ियां दी गयीं। जेल के जिस कमरे में वे रहेंगी उसमें उनके साथ दो अन्य महिला कैदी भी हैं।
नहीं मिला एसी कमरा
शशिकला को एक चारपाई, गद्दा और टेबल फैन दिया गया है। उन्होंने एसी रूम की मांग की थी जो खारिज कर दी गयी। बेंगलुरु सेंट्रल जेल शशिकला के लिए नया नहीं है। उन्होंने 2014 में 21 दिन यहां बिताए थे। उस वक्त जयललिता सेल नंबर 23 में थीं। उस वक्त शशिकला के साथ सह आरोपी इलावारसी भी थीं।
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