अमेठी रियासत की जंग : सैयद मोदी हत्याकांड की सीबीआइ जांच की मांग
भूपति भवन में चल रही राजा-रानी और विद्रोही राजकुमार की कहानी में सोमवार को नया पेंच आ गया। अमेठी राजघराने के ताजा विवाद में 52 दिन बाद मीडिया के सामने आए डॉ. संजय सिंह ने गरिमा सिंह को जहां अपनी पत्नी मानने से इन्कार कर दिया वहीं उनके पुत्र अनंत विक्रम ने संजय व अमिता पर गंभीर आरोप लगाते हुए सैयद मोदी हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग कर दी।
अमेठी। भूपति भवन में चल रही राजा-रानी और विद्रोही राजकुमार की कहानी में सोमवार को नया पेंच आ गया। अमेठी राजघराने के ताजा विवाद में 52 दिन बाद मीडिया के सामने आए डॉ. संजय सिंह ने गरिमा सिंह को जहां अपनी पत्नी मानने से इन्कार कर दिया वहीं उनके पुत्र अनंत विक्रम ने संजय व अमिता पर गंभीर आरोप लगाते हुए सैयद मोदी हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग कर दी। उल्लेखनीय है कि अमिता बैडमिंटन खिलाड़ी सैयद मोदी की पत्नी थीं। मोदी की हत्या के बाद अमिता की संजय सिंह से शादी हुई।
अनंत सिंह के हवाले से सैयद मोदी हत्याकांड को उठाया जाना इस प्रकरण को दूसरी दिशा दे सकता है। अनंत और उनकी मां गरिमा सिंह ने मीडिया से साफ कहा कि सैयद मोदी हत्याकांड में भले सुबूत न मिले हों पर इस कारण किसी को दोषमुक्त नहीं किया जा सकता। इससे पहले रविवार को भूपति भवन के बाहर हुए पब्लिक-पुलिस संघर्ष के बाद सोमवार को डॉ. संजय सिंह मीडिया के सामने आए। संजय ने उस घटना के लिए अनंत को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि अनंत व गरिमा ने लोगों को इस्तेमाल किया। उनके मुताबिक गरिमा महल की कुछ चल संपत्ति उठा ले गई थीं और अब साजिशन भूपति भवन आई हैं। वह 25 साल से गरिमा नामक किसी महिला को नहीं जानते। अनंत व गरिमा को महल में रहने, न रहने देने के बाबत उनका जवाब था कि जानकारों से मशविरा करने के बाद कोई फैसला करेंगे।
वहीं, अमिता सिंह का जोर यह समझाने पर था कि मीडिया परिवार के झगड़े को ज्यादा तूल दे रहा है। वह गरिमा सिंह पर कटाक्ष करने से नहीं चूकीं। अमिता ने कहा कि अनंत ने उनकी परवरिश में ही पढ़ाई की-नौकरी की। इसी दौरान उनकी शादी हुई। लेकिन गरिमा सिंह ने महज 19 माह परवरिश की तो अनंत हत्या तक के मुजरिम बन गए। उनका आशय रविवार को हुई सिपाही की मौत से था जिसमें अनंत सिंह सहित सात लोगों को नामजद किया गया है।
किसने क्या कहा ?
'मैंने इन बच्चों को पाला है। अनंत का पूरा परिवार हमारे ही साथ रहता था। हमने ही सबकी शादी की। अब बच्चे गलत बोल रहे हैं।'
-अमिता सिंह
'हमें मां (गरिमा) के खिलाफ उकसाया गया। दाऊ (संजय सिंह) ने हमारी ओर ध्यान देना छोड़ दिया। हमारी अनाथ जैसी स्थिति हो गई। यह सब अमीता की वजह से हुआ।'
-महिमा सिंह (पुत्री)
'जैसे-तैसे हमारी शादी की गई। दाऊ ने कन्यादान तक नहीं किया। उन्होंने पिता का फर्ज तक नहीं निभाया।'
- शैब्या सिंह (पुत्री)
'मेरी दिल्ली में पढ़ाई थी, इसलिए मैं वहां था। अमिता ने हमारे परिवार को बर्बाद कर दिया। रविवार की घटना में प्रशासन डॉ. संजय सिंह के साथ था वरना एक सांसद के साथ इतनी फोर्स क्यों लगती।'
- अनंत विक्रम सिंह
सैयद मोदी हत्याकांड
अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी सैयद मोदी की हत्या अपने दौर का चर्चित कांड था। 27 अगस्त, 1988 की शाम सैयद मोदी की लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें संजय सिंह का नाम उछला था। तब कहा जा रहा था कि अमिता-सैयद मोदी की पत्नी थीं, पर उसके संबंध संजय से भी थे। संजय तत्कालीन प्रधानमंत्री वीपी सिंह के चचेरे दामाद थे। हत्या के मामले की सीबीआइ जांच हुई, लेकिन आरोपी संजय सिंह, अमिता कुलकर्णी (मोदी की पत्नी) और अखिलेश सिंह को कोर्ट ने बरी कर दिया है।
गांवों में खाकी का तांडव, चेहरों पर खौफ, जुबान पर ताला
गांव में कल रात खाकी का तांडव हुआ। जिसके चलते सोमवार को लोगों के चेहरे पर खौफ व जुबान पर ताला लगा दिखा। खाकी के खौफ से दो हजार से अधिक लोग अपने घर को छोड़ पलायन कर चुके हैं। हालात यह है कि किसी भी अंजान व्यक्ति को देखते ही पुरुषों की कौन कहें महिला भी घर छोड़कर भागने लगती है।
बचाव के मुद्रा में खाकी
अनंत विक्रम की नामजगदी को लेकर आक्त्रोश की आशंका के मद्देनजर खाकी एक बार फिर बैक फुट पर आ गई है। एक दिन पहले जिस पुलिस ने अनंत विक्त्रम को घटना का सूत्रधार मानते हुए दर्जन भर धाराओं में नामजद किया था। दूसरे दिन वही जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहा है।
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