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    उप्र में कमाल करने का अमित शाह को मिला इनाम, बनेंगे भाजपा अध्यक्ष

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    Updated: Wed, 09 Jul 2014 10:19 AM (IST)

    पिछले डेढ़ महीने के संशय को खत्म करते हुए भाजपा बुधवार को अमित शाह को राष्ट्रीय अध्यक्ष का ताज पहना देगी। संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद इसका एलान कर दिया जाएगा। 'दैनिक जागरण' ने पहले ही इसकी जानकारी दी थी कि शाह के नाम पर अंतिम फैसला हो चुका है और बुधवार से शुक्रवार के बीच उचित समय देखकर इसकी घोषणा

    नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। पिछले डेढ़ महीने के संशय को खत्म करते हुए भाजपा बुधवार को अमित शाह को राष्ट्रीय अध्यक्ष का ताज पहना देगी। संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद इसका एलान कर दिया जाएगा। इसकी घोषणा संभवत: खुद पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह साढ़े बारह बजे करेंगे।

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    'दैनिक जागरण' ने पहले ही इसकी जानकारी दी थी कि शाह के नाम पर अंतिम फैसला हो चुका है और बुधवार से शुक्रवार के बीच उचित समय देखकर इसकी घोषणा कर दी जाएगी। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार पार्टी मुख्यालय में संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है जिसमें अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा लालकृष्ण आडवाणी समेत बोर्ड के दूसरे सदस्य मौजूद होंगे। बैठक में घोषणा से पहले की औपचारिकता पूरी कर ली जाएगी। फिलहाल शाह पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के वर्तमान काल के बचे हुए समय तक के लिए अध्यक्ष बनाए जा रहे हैं।

    बजट सत्र के बाद राष्ट्रीय परिषद की बैठक में बोर्ड के फैसले पर मुहर लगाई जाएगी। इससे पहले संगठन महामंत्री रामलाल की अध्यक्षता में मंगलवार को पार्टी के कुछ महासचिवों की बैठक में तैयारियों पर चर्चा हुई।

    वैसे शाह को उसी वक्त से भावी अध्यक्ष के तौर पर देखा जा रहा था जब लोकसभा चुनाव में उन्होंने उत्तर प्रदेश से 73 सीटों का तोहफा दिया था। हर स्तर पर उनके नाम को समर्थन मिल चुका था, लेकिन सही वक्त की प्रतीक्षा की जा रही थी। अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद शाह जल्द ही अपनी टीम की घोषणा कर देंगे। कुछ महासचिवों के पद जहां रिक्त हैं वहीं कुछ चेहरे हटाए जा सकते हैं। संघ के राम माधव और शिव प्रकाश को जाहिरा तौर पर संगठन में प्रमुख भूमिका दी जाएगी। लेकिन ऐसे पदाधिकारी हटाए जा सकते हैं जो पिछले डेढ़ वर्षो में कोई प्रदर्शन नहीं दे सके।

    दरअसल, शाह के सामने पहली चुनौती के रूप में महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्य होंगे जहां पार्टी दस से पंद्रह वर्षो से सत्ता से बाहर है। लिहाजा, शाह ऐसे लोगों को स्थान देंगे जो पहले दिन से संगठन को मजबूत करने की स्थिति में हों।

    इस बीच मंगलवार रात को पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के लिए सतीश उपाध्याय के नाम का ऐलान कर दिया। उपाध्याय दक्षिण दिल्ली नगर निगम की स्टेंडिंग कमेटी के चेयरमेन हैं। वह हर्ष वर्धन की जगह लेंगे जो लोकसभा चुनाव में जीत के बाद संसद की राह पकड़ चुके हैं।

    अपने नाम के ऐलान के बाद उपाध्याय ने कहा कि पार्टी को एकजुट होकर मजबूत करना ही उनकी पहली प्राथमिकता होगी। दिल्ली में दोबारा विधानसभा चुनावों को लेकर किए गए प्रश्न के जवाब में उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

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