बुलेट ट्रेन के सपने की तरफ एक कदम है तेजस एक्सप्रेस
तेजस के पटरी पर आने के साथ ही भारत में बुलेट ट्रेन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार करने में भी मदद मिलेगी।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। सूर्य सा तेज और रफ्तार लिए तेजस एक्सप्रेस सोमवार को अपना सफर शुरू करेगी। इस ट्रेन की अत्याधुनिक सेवाएं विमान जैसी हैं। रफ्तार भी भारत की किसी भी ट्रेन से ज्यादा। पिछले साल रेल बजट में इसकी घोषणा की गई थी, लेकिन बुलेट ट्रेन के सपने को साकार करने की तरफ यह एक कदम भर है। भारत पिछले कई सालों से बुलेट ट्रेन का सपना देख रहा है। इसके लिए कोशिशें भी भरपूर हो रही हैं। तेजस एक्सप्रेस के रफ्तार पकड़ने से भारतीय रेल इस ओर एक कदम जरूर बढ़ा देगी। तेजस के पटरी पर आने के साथ ही भारत में बुलेट ट्रेन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार करने में भी मदद मिलेगी।
तेजस में क्या है खास
तेजस एक्सप्रेस आम भारतीय रेलों से अलग है। इसमें मेट्रो ट्रेन की तरह आटोमेटिक डोर लगे हैं। यात्रियों के लिए उनके सामने वाली सीट के पीछे विमान की तरह एलसीडी स्क्रीन लगी हुई हैं। इन स्क्रीन पर यात्री अपने मन पसंद का मनोरंजन चुन सकते हैं। इसके अलावा ट्रेन में सफर के दौरान दुनियाभर से जुड़े रहने के लिए वाईफाई की सुविधा भी इस ट्रेन में है। ट्रेन में एक्जक्यूटिव क्लास और चेयर कार वर्ग की सीटें हैं। मध्य रेलवे के जनरल मैनेजर ने रविवार को मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर इस ट्रेन का निरीक्षण करते हुए इसे जमीन पर चलने वाला हवाई जहाज बताया।
रेल का सफर अपने आप में बड़ा थकाऊ और उबाऊ होता है, लेकिन तेजस में ऐसा नहीं होगा। ट्रेन में एंटरटेनमेंट के लिए एलसीडी स्क्रीन के अलावा कॉफी वेंडिंग मशीन और मैग्जीन आदि की भी व्यवस्था है। ताकि आप अपने पढ़ने के शौक को भी पूरा कर सकें। ट्रेन में स्थानीय भोजन की भी उचित व्यवस्था है। अगर आप तेजस में खाने का लुत्फ लेना चाहते हैं तो टिकट बुक कराते समय खाना भी बुक कर सकते हैं।
400 किमी के सपने और 130 की रफ्तार
भारत 400 किमी की रफ्तार वाली बुलेट ट्रेन के सपने देख रहा है और इसके लिए अहमदाबाद से मुंबई तक पहला रूट भी तय हो चुका है। लेकिन हकीकत में भारत अभी तेजस की रफ्तार से खुश दिख रहा है। बता दें कि तेजस की औसत रफ्तार सिर्फ 130 किमी प्रति घंटा है, जो 160 किमी तक भी जा सकती है।
आम भारतीय ट्रेनों से अलग है तेजस
तेजस की रफ्तार भले ही दुनिया के दूसरे हिस्सों में चलने वाली बुलेट ट्रेनों जितनी न हो, लेकिन यह भारतीय रेलवे को एक नए सफर पर जरूर लेकर जा रही है। इस ट्रेन में सीसीटीवी और आधुनिक फायर अलार्म सिस्टम लगा है। आम भारतीय ट्रेनों में दो कोचों को जिस बेतरतीब तरीके से जोड़ा जाता है वह तेजस में नहीं दिखेगा। इस ट्रेन में सुरक्षित गैंगवेज है। इस ट्रेन में बायो वैक्यूम टॉयलेट, सेंसर नल और हैंड ड्रॉयर की सुविधा भी है।
एक डिब्बे में कितने यात्री
इस ट्रेन में कुल 20 कोच हैं और हर कोच में 78 सीटें लगी हैं। इनमें से 56 सीटें एक्जक्यूटिव एसी चेयर कार और 12 सीटें एसी चेयर कार हैं।
तेजस का किराया
फिलहाल मुंबई से गोवा के करमाली स्टेशन तक शुरु हुई तेजस एक्सप्रेस में एक्जक्यूटिव क्लास का किराया खाने के सुविधा के साथ 2680 रुपये और बिना खाने के 2525 रुपये है। वहीं एसी चेयर कार में भोजन की सुविधा के साथ टिकट 1280 रुपये और बिना भोजन 1155 रुपये है। इसके अलावा रेलवे आनबोर्ड कैटरिंग सुविधा देने पर भी विचार कर रही है।
सुरक्षा की बात
सुरक्षा की दृष्टि से तेजस एक्सप्रेस में आग से सुरक्षा के लिए तंत्र और स्मोक डिटेक्शन जैसे सुरक्षा उपाय किए गए हैं। इसके अलावा जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रदर्शन प्रणाली भी इस ट्रेन में है। देखने में असमर्थ यात्रियों के लिए ट्रेन में ब्रेल लिपी का भी इस्तेमाल किया गया है।
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