श्रीनगर: महबूबा मुफ्ती के साथ सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक खत्म
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ श्रीनगर में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक खत्म हो गई है।
नई दिल्ली, (जेएनएन)। कश्मीर घाटी में जारी हिंसा के बीच 28 सांसदों का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कश्मीर दौरे पर है। श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ सर्वदलीय नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में राज्य सरकार के मंत्री भी मौजूद रहे। कश्मीर में शांति बहाली के लिए नेताओं के बीच बातचीत हुई।
प्रतिनिधिमंडल की बैठक से पहले शोपियां जिले में प्रदर्शनकारियों ने मिनी सचिवालय में आग लगा दी। सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कई लोग घायल हुए हैं।
श्रीनगर में अब तक...
- शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक
- मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने की सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत
- पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने भी की सर्वदलीय नेताओं से मुलाकात
- हमें उम्मीद है कि इस समस्या का हल निकलेगा : गुलाम नबी आजाद
- प्रतिनिधिमंडल से संविधान के दायरे में जो भी बात करेगा उसके लिए हम तैयार है: पासवान
श्रीनगर: शोपियां में फिर भड़की हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने मिनी सचिवालय में लगाई आग
महबूबा ने की बातचीत की अपील
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा ने शनिवार की शाम कश्मीर के सभी प्रमुख अलगाववादी नेताओं और संगठनों को एक पत्र लिखकर उनसे राज्य में अमन बहाली में सहयोग की कामना की है। इसके साथ ही महबूबा ने कहा कि रविवार को श्रीनगर आ रहे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे का बहिष्कार करने की बजाय उनसे मिलें और बातचीत की प्रक्रिया शुरु करें।
कश्मीर में हिंसक भीड़ पर इस्तेमाल होगा पावा शेल,सरकार ने दी मंजूरी
सर्वदलीय बैठक में बनी रणनीति
कश्मीर दौरे से पहले शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई। बैठक में कश्मीर की मौजूदा स्थित और इसमें सुधार के लिए उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि सभी दलों ने अपने-अपने सुझाव दिए हैं और रविवार को कश्मीर दौरे के बाद एक बार फिर सर्वदलीय बैठक होगी।
हुर्रियत से बातचीत होनी चाहिए- सीपीएम
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, 'हुर्रियत को भी बातचीत के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए, ताकि ये संदेश जा सके कि हम हर किसी से बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'हमने प्रतिनिधिमंडल को यह सुझाव दिया है कि विश्वास बहाली के उपायों की तलाश होनी चाहिए और पैलेट गन पर प्रतिबंध लगना चाहिए।' येचुरी ने कहा कि पुख्ता परिणामों के लिए पुख्ता कदम उठाने की जरूरत है।
शोपियां में भड़की हिंसा
शोपियां में प्रदर्शनकारियों ने निर्माणाधीन मिनी सचिवालय में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए मौके पर मौजूद सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है।
हिंसा में करीब 72 लोगों की मौत
जम्मू कश्मीर में पिछले कई दिनों से जारी रहे हिंसा और प्रदर्शन के दौरान अब तक 72 लोग मारे गए हैं जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं। एक अनुमान के मुताबिक इस हिंसा और कर्फ्यू के कारण घाटी को 6400 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। कश्मीर के कुछ हिस्सों में पिछले 58 दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है।
हुर्रियत पर सरकार की दो टूक, बात करनी हो तो आएं, नहीं दिया जाएगा विशेष न्यौता