अगस्ता मामलाः शाह ने कहा सोनिया को डर नहीं इसीलिए हुआ लगातार भ्रष्टाचार
अमित शाह ने कहा है कि सोनिया जी को डर नहीं है इसीलिए तो लगातार उनके भ्रष्टाचार का मामला सामने आता है। अब तो उन्हें यह बताना चाहिए कि भ्रष्टाचार के मामले में कौन कौन लोग शामिल हैं..
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बनाकर ही सत्ता में आई भाजपा अब सीधे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ही कठघरे में रखेगी। यह लगभग तय हो गया है कि सड़क से लेकर गली मोहल्लों तक कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़ा किया जाएगा। गुरुवार को खुद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इसका संकेत दे दिया जब उन्होंने सोनिया पर तंज कसते हुए कहा- 'सोनिया जी को डर नहीं है इसीलिए तो लगातार उनके भ्रष्टाचार का मामला सामने आता है। अब तो उन्हें यह बताना चाहिए कि भ्रष्टाचार के मामले में कौन कौन लोग शामिल हैं।'
अगस्ता को लेकर सरकार और मुख्य विपक्ष में छिड़ी तकरार के बीच शाह का मैदान में कूदना अहम है। सरकार या भाजपा में पहली बार शीर्ष से किसी ने सोनिया को सीधे कठघरे में खड़ा किया है। शाह ने सोनिया पर सीधा निशाना साधकर और तीखे सवाल पूछकर नीचे तक यह संदेश दे दिया है कि पार्टी अब कार्ति, राबर्ट या अन्य छोटे नेताओं की बजाय भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सोनिया और राहुल को ही सामने रखेगी। शाह ने कहा- 'मैं सोनिया जी से पूछना चाहता हूं कि जब रिश्वत देने वाले जेल में हैं तो लेने वाले कहां है.क्या यह बताना पड़ेगा कि उक्त डील के वक्त किसी सरकार थी। सोनिया कहती है कि उन्हें किसी का डर नहीं है, नेशनल हेराल्ड के मामले में भी उन्होंने यही कहा था, शायद यही कारण है कि उनके भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। वह जब सत्ता में थीं तब भी ऐसे मामले आए और अब भी आ रहे हैं।' शाह ने आगे चुटकी लेते हुए कहा- 'सोनिया जी को कम से कम इटली के कोर्ट के फैसले पर तो विश्वास करना चाहिए।' ध्यान रहे कि भाजपा सोनिया गांधी के विदेशी मूल पर पहले भी सवाल उठाती रही है। अब अगस्ता के बहाने ही परोक्ष रूप से फिर से इसे जिंदा करने की कोशिश है।
शाह ने कहा कि सोनिया को भले किसी का डर नहीं हो लेकिन भाजपा को संविधान और लोक लाज दोनों की चिंता है। शासन में सुचिता भाजपा का संकल्प है। लेकिन विपक्ष को इससे भी परेशानी है। इटली के कोर्ट के फैसले में सिद्ध हो गया है कि संप्रग काल में हुई हेलीकाप्टर डील में रिश्वत दी गई थी तो कांग्रेस अध्यक्ष को सरकार पर आरोप लगाने की बजाय यह बताना चाहिए कि पैसे किसे किसे दिए गए थे। जाहिर है कि शाह के बयान के बाद भाजपा अब और आक्रामक दिखेगी।
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