IT विभाग की छापेमारी के बाद तमिलनाडु के पूर्व मुख्य सचिव अस्पताल में भर्ती
बुधवार को तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी. राम मोहन राव के घर और दफ्तर पर आयकर विभाग ने छापा मारा था, जिसके ठीक एक दिन बाद राव को उनके पद से हटा दिया गया था
चेन्नई, जेएनएन। बुधवार को तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी. राम मोहन राव के घर और दफ्तर पर आयकर विभाग ने छापा मारा था, जिसके ठीक एक दिन बाद राव को उनके पद से हटा दिया गया। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबकि छापेमारी के बाद से वो काफी तनाव में चल रहे थे, जिसके बाद उन्हें चेन्नई में श्री रामचंद्र मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें 'बेचैनी' की शिकायत के बाद इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में भर्ती कराया गया है।
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गौरतलब है कि बुधवार को तमिलनाडु के मुख्य सचिव के घर और दफ्तर की तलाशी ली गई, जहां से 30 लाख रुपये के नए नोट और पांच किलोग्राम सोना जब्त करने का दावा किया गया। इसके अलावा करीब पांच करोड़ रुपये की अघोषित आय का खुलासा होने का भी दावा किया गया।
आयकर विभाग के करीब 100 अधिकारियों के दल ने बुधवार सुबह छह बजे से छापेमारी शुरू की और मुख्य सचिव पीराम मोहन राव, उनके बेटे विवेक और कुछ रिश्तेदारों के चेन्नई व आंध्र प्रदेश के चित्तूर स्थित ठिकानों समेत 15 जगहों पर तलाशी ली थी।
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तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी. आर.एम. राव के बेटे के साथ व्यवसायी के ताल्लुकात भी आयकर विभाग की जांच के घेरे में थे और ऐसा माना जा रहा है कि ठेकेदार रेड्डी ने राज्य भर में खनन के ठेके हासिल करने में कथित तौर पर उनका सहयोग लिया।
पी राम मोहन राव, 1985 बैच के अफसर हैं, जिन्हें इसी साल जून में मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था। इससे पहले उनकी नियुक्ति तमिलनाडु मुख्यमंत्री के कार्यालय में थी।
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