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    व्यक्तिवादी राजनीति बन रही 'आम आदमी पार्टी' में टकराव का कारण

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    Updated: Wed, 15 Jan 2014 10:16 AM (IST)

    आम आदमी पार्टी (आप) में जमीनी कार्यकर्ताओं के बजाय नामी लोगों को मिल रही तरजीह पर टकराव सामने आने लगे हैं। पार्टी की नेता मल्लिका साराभाई ने तो खुलकर कुमार विश्वास के बयानों पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं, विश्वास के लिए तोड़ी जा रही पार्टी की परंपरा की दूसरे नेता भी दबी जुबान में आलोचना कर रहे हैं। हिं

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    नई दिल्ली, [जागरण ब्यूरो]। आम आदमी पार्टी (आप) में जमीनी कार्यकर्ताओं के बजाय नामी लोगों को मिल रही तरजीह पर टकराव सामने आने लगे हैं। पार्टी की नेता मल्लिका साराभाई ने तो खुलकर कुमार विश्वास के बयानों पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं, विश्वास के लिए तोड़ी जा रही पार्टी की परंपरा की दूसरे नेता भी दबी जुबान में आलोचना कर रहे हैं। हिंदीभाषी राज्यों में पहले से लोकप्रिय मंचीय कवि कुमार विश्वास को पार्टी ने ना सिर्फ अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, बल्कि उनकी उम्मीदवारी के समर्थन में राष्ट्रस्तरीय अभियान चला दिया है।

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    पार्टी की स्थापना के समय से जुड़े रहे एक वरिष्ठ सदस्य कहते हैं, 'हम लोगों को दावा करते हैं कि हमारी पार्टी सिद्धांतों पर काम करती है। फिर इतना व्यक्ति प्रेम क्यों? जब पार्टी ने उम्मीदवार चयन के लिए प्रक्रिया घोषित की है, तो कुछ लोगों के लिए उसे क्यों तोड़ा जा रहा है। अमेठी के एक उम्मीदवार के प्रचार के लिए दिल्ली में होर्डिग लगाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है।'

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    इसी तरह एक और सदस्य कहते हैं, 'यहां तक कि अब पार्टी की टोपी पर उनकी तस्वीर छापी जा रही है। क्या सभी उम्मीदवारों के लिए इसी तरह की विशेष टोपी छपवाने की इजाजत पार्टी देगी?'

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    इससे पहले पार्टी की सदस्य और मशहूर नृत्यांगना मल्लिका साराभाई विश्वास को लेकर सवाल उठा चुकी हैं। उन्होंने साफ कहा है कि विश्वास के बयान अल्पसंख्यक और महिला विरोधी हैं। यहां तक कि विश्वास गुजरात में अपने कवि सम्मेलन में नरेंद्र मोदी की तुलना भगवान शिव से कर चुके हैं।

    मैं मल्लिका साराभाई को नहीं जानता: विश्वास

    वहीं, विश्वास ने कहा कि वो नहीं जानते हैं कि मल्लिका साराभाई कौन हैं और मैं यह भी नहीं जानता कि वह पार्टी में कब आई। विश्वास इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि पार्टी से एक करोड़ लोगों को जोड़ना है, जिनको कॉल आई होगी, उनमें से ही एक होंगी मल्लिका, उनका स्वागत है।

    कौन है मल्लिका साराभाई

    वैज्ञानिक विक्रम साराभाई की बेटी और कूचिपुड़ी व भरतनाट्यम नृत्यांगना मल्लिका साराभाई ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की है। गुजरात निवासी साराभाई 2009 में गांधीनगर से लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ चुकी हैं। वह सामाजिक कार्यो से भी जुड़ी रही हैं और मोदी की घोर विरोधी मानी जाती हैं।

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