मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर शिवसेना ने उगला जहर
सामना में दक्षिण अफ्रीका के जंगल में बब्बर शेर को दबोचे एक बाघ का चित्र प्रकाशित कर अपने क्षेत्र में शिवसेना को भाजपा पर हावी होते दर्शाया गया है..
मुंबई, राज्य ब्यूरो। मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर जैसी प्रतिक्रियाएं विपक्षी दलों की तरफ से अा रही हैं, लगभग वैसी ही प्रतिक्रिया केंद्र व महाराष्ट्र सरकार में भाजपा की कनिष्ठ सहयोगी शिवसेना भी व्यक्त कर रही है।
शिवसेना के मुखपत्र सामना के मुखपृष्ठ पर आज दक्षिण अफ्रीका के जंगल में बब्बर शेर को दबोचे एक बाघ का चित्र प्रकाशित कर प्रतीकात्मक तौर पर अपने क्षेत्र में शिवसेना को भाजपा पर हावी होते दर्शाया गया है। चित्र परिचय में लिखा गया है कि शेर भले जंगल का राजा हो, लेकिन बाघ के इलाके में वह भी नहीं आ सकता। सामना के संपादकीय में भी मोदी सरकार की तारीफें करने के बजाय उसके दो साल के कामकाज पर कई सवाल ही उठाए गए हैं।
सामना कहता है कि मोदी ने चुनाव से पहले वायदा किया था कि वह काला धन विदेशों से वापस लाएंगे और हर व्यक्ति के खाते में 10-11 लाख रुपए आ जाएंगे। लेकिन ऐसा आज तक नहीं हुआ। उलटे आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या लाखों में पहुंच गई है।
सामना लिखता है कि मोदी सरकार पर आसमानी और सुल्तानी दोनों संकट बरस रहे हैं। एक तरफ सूखा पड़ा है, तो दूसरी तरफ आतंकियों के हमले जारी हैं और सरकार उन्हें रोकने के लिए कुछ नहीं कर पा रही है। नक्सलियों और आतंकियों के हमले में हमारे सैनिक रोज मारे जा रहे हैं। दो साल में कोई बड़ा घोटाला नहीं हुआ। लेकिन महंगाई की आग पर भी काबू नहीं पाया जा सका है।
बता दें कि शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र की सरकार में भाजपा के साथ शामिल होने के बावजूद उससे खुश नहीं है। क्योंकि महाराष्ट्र के पिछले विधानसभा चुनाव में वह भाजपा से अलग होकर लड़ी और उससे आधी सीटों पर ही वह जीत दर्ज कर सकी। यही कारण है कि वह सरकार में शामिल रहते हुए भी सरकार की आलोचना करने में पीछे नहीं रहती।