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    14 साल बाद कारगिल में फिर गरजी तोपें

    By Edited By:
    Updated: Sat, 17 Aug 2013 01:24 AM (IST)

    जम्मू-कश्मीर संभाग के बाद संघर्ष विराम का उल्लंघन कारगिल तक जा पहुंचा है। चौदह साल बाद पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार रात कारगिल जिले के द्रास और काकसर इल ...और पढ़ें

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    श्रीनगर, जागरण न्यूज नेटवर्क। जम्मू-कश्मीर संभाग के बाद संघर्ष विराम का उल्लंघन कारगिल तक जा पहुंचा है। चौदह साल बाद पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार रात कारगिल जिले के द्रास और काकसर इलाके में भारतीय चौकियों पर तोप के गोले और मोर्टार दागे। भारत ने जब जवाबी कार्रवाई की तो पाकिस्तानी खेमे में सन्नाटा खिंच गया। इस गोलाबारी में किसी नुकसान की खबर नहीं है। इसके अलावा पुंछ जिले की मेंढर तहसील में सैन्य और नागरिक ठिकानों पर भी भारी गोलीबारी की। इसमें सेना के तीन जवान और दो ग्रामीण घायल हो गए।

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    काकसर की चोटियों पर भारतीय जवानों की तुलना में पाकिस्तानी सैनिक ज्यादा अच्छी स्थिति में हैं। वहां से पाकिस्तान श्रीनगर-करगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग को सीधा निशाना बना सकता है। पाकिस्तान ने द्रास सेक्टर में सांदो चौकी को निशाना बनाते हुए गोले व मोर्टार दागे। इसके अलावा काकसर इलाके में भी गोलाबारी की गई। सैन्य अधिकारियों ने बताया वर्ष 1999 में हुए युद्ध के बार पड़ोसी देश ने पहली बार कारगिल में गोलीबारी की है। उस समय काकसर इलाके में पाकिस्तानी सैनिकों ने लेफ्टिनेंट सौरभ कालिया और उनकी टुकड़ी पर हमला किया था। छह अगस्त से अब तक लगभग 16 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा चुका है। तीन दिन पहले सोमवार की रात को काकसर में छेनीगुंड चौकी पर भी गोलाबारी की गई थी। भारतीय जवानों ने पहले पाक गोलीबारी को नजरंदाज किया, लेकिन जब सरहद पार से तोपें गरजीं तो उन्होंने भी जवाबी कार्रवाई की। इसके बाद पाकिस्तानी खेमे में चुप्पी छा गई।

    उधर, पुंछ जिले में पाकिस्तान ने लगातार सातवें दिन भी गोलीबारी जारी रखी। स्वतंत्रता दिवस पर सुबह पाकिस्तान ने पुंछ की मेंढर तहसील के बालाकोट, मंकोट, हमीरपुर व मेंढर सेक्टर की कई अग्रिम चौकियों के साथ सटे रिहायशी क्षेत्रों में जमकर गोलीबारी शुरू कर दी। राकेट व मोर्टार भी दागे, जो रिहायशी क्षेत्रों में गिरे। यह सिलसिला रात डेढ़ बजे तक जारी रहा। इसमें भारतीय सेना के तीन जवान और दो ग्रामीण घायल हो गए।

    किश्तवाड़ में क‌र्फ्यू जारी

    किश्तवाड़। नौ अगस्त को हुई हिंसा के बाद शहर में लगाया गया क‌र्फ्यू आठवें दिन भी जारी रहा। स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन तनाव बरकरार है। किसी को भी घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। प्रशासन ने सब कुछ गोपनीय रखा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि कुछ लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। क‌र्फ्यू के चलते कई लोगों के भूखे मरने की नौबत आ गई है। बहुत सारे घरों में खाने-पीने का सामान खत्म हो चुका है। लोग एक दूसरे से जरूरी सामान मांगकर गुजारा कर रहे हैं। बाहरी राज्यों से आए मजदूर भी यहां से निकल नहीं पा रहे हैं।

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