बुरहान बनाम आम कश्मीरी, सेना में शामिल हुए 300 कश्मीरी युवा
जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों के रहने वाले तीन सौ युवकों को एक वर्ष के कठिन प्रशिक्षण के बाद सेना में शामिल कर लिया गया है।
जम्मू (जेएनएन)। कश्मीर मे आजादी के नारों को दरकिनार कर 300 युवा वीरवार को सेना मे भर्ती हुए। कश्मीर के जैकलाई रेजीमेटल सेटर रंगरेठ मे बाना सिंह परेड ग्राउंड मे आलंकरण समारोह मे राज्यपाल एनएन वोहरा ने सेना मे भर्ती हुए 106वे बैच का स्वागत किया।
उन्होने पंद्रह कोर के जीओसी व जैकलाई के कर्नल ऑफ रेजीमेट लेफ्टिनेट जनरल एसके दुआ व सेटर के कमाडेट एसजी चवान की प्रशिक्षुओ को बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए सराहना की। राज्यपाल ने स्वार्ड ऑफ ऑनर जीतने वाले रीशू संबयाल को भी बधाई दी।
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पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने के बाद प्रशिक्षुओ को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगो ने कठिन हालात मे हमेशा बहादुरी दिखाई है। वर्ष 1947 के कबायली हमले का हवाला देते हुए उन्होने कहा कि उस समय लोगो ने सुरक्षाबलो को बहुत सहयोग दिया था। उन्होने कहा कि उस समय गठित हुई जैकलाई का इतिहास बहादुरी के किस्सो से भरा हुआ है। जवानो का आलंकरण करने के बाद उन्होने उम्मीद जताई कि सेना मे शामिल हुए युवा जैकलाई की वीरता की परंपरा को बरकरार रखेगे। उन्होने कहा कि जैकलाई की धर्मनिरपेक्षता इसकी विशिष्ट पहचान है।
इस मौके पर परमवीर चक्र विजेता कैप्टन बाना सिंह के साथ जैकलाई के पूर्व सैनिक व प्रशिक्षुओ के परिजन भी मौजूद थे।
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