300 और भारतीय यमन से निकले
यमन से तीन सौ और भारतीयों को सुरक्षित निकालने में कामयाबी मिल गई है। भारतीय नौसेना का जहाज आइएनएस सुमित्रा इन लोगों को लेकर यमन के अल हुदायदाह से जिबूती के लिए रवाना हो गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट कर रवानगी की खबर दी है।
नई दिल्ली । यमन से तीन सौ और भारतीयों को सुरक्षित निकालने में कामयाबी मिल गई है। भारतीय नौसेना का जहाज आइएनएस सुमित्रा इन लोगों को लेकर यमन के अल हुदायदाह से जिबूती के लिए रवाना हो गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट कर रवानगी की खबर दी है।
इससे पहले आइएनएस सुमित्रा 350 लोगों को अदन से लेकर मंगलवार की रात जिबूती पहुंचा था। केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह खुद जिबूती में पूरे अभियान की निगरानी कर रहे हैं। यमन में अभी भी करीब चार हजार भारतीय फंसे हुए हैं। इन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय वायुसेना और नौसेना मिलकर अभियान चला रहा है। इसे 'आपॅरेशन राहत' नाम दिया गया है।
अधिकारियों के अनुसार यमन की राजधानी सना में फंसे दो हजार भारतीयों को हवाई मार्ग से निकालने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए सरकार सना हवाई अड्डे से परिचालन बहाल करने के प्रयास में जुटी है। पिछले हफ्ते सऊदी अरब के नेतृत्व में हवाई हमला शुरू होने के बाद सना हवाई अड्डा बंद कर दिया गया था।
दूसरी ओर, भारतीयों का पहला जत्था देश लौट आया है। भारतीय वायुसेना के दो विमानों के जरिए बुधवार देर रात 358 भारतीय वापस लाए गए। 190 भारतीयों को लेकर सी-17 विमान तड़के तीन बजकर 25 मिनट पर मुंबई हवाई अड्डे पर उतरा। वहीं, रात के करीब दो बजे 168 भारतीयों के साथ एक अन्य विमान कोच्चि में उतरा। सूत्रों ने बताया कि कागजी कार्रवाई में देरी के कारण मुंबई आने वाला विमान जिबूती से समय पर उड़ान नहीं भर सका था। कई लोगों के पास पासपोर्ट तक नहीं थे।
मुफ्त रेल यात्रा
वापस लौटे लोगों को उनके गृह नगरों तक मुफ्त में पहुंचाने की व्यवस्था मध्य रेलवे ने की है। मुंबई से चेन्नई, कोच्चि और कोलकाता जाने वाली ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए गए हैं।
कई दिनों के भूखे
बचाई गई एक महिला मैरी एम्मा वर्गीज ने बताया कि वे दो साल से अदन के एक अस्पताल में नर्स के तौर पर कार्यरत थी। एक दिन उन्होंने अचानक भारी धमाके की आवाज सुनी और काम पर जाना बंद कर दिया। इसके बाद सभी दुकानें बंद हो गई और कई दिनों तक उनलोगों के पास खाना भी नहीं था।
श्रीलंकाई नागरिकों को निकालने में मदद करेगा भारत
यमन में फंसे श्रीलंकाई नागरिकों को सुरक्षित निकालने में भारत मदद करेगा। यमन में करीब 100 श्रीलंकाई फंसे हैं। श्रीलंकाई विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि भारत ने उसके नागरिकों को भी सुरक्षित निकालने का आग्रह स्वीकार कर लिया है। इनलोगों को विमान और पोतों से निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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