फड़नवीस के शपथ ग्रहण से दूर रहेगी शिवसेना
महाराष्ट्र में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फड़नवीस अपने छोटे मंत्रिमंडल के साथ शुक्रवार शाम को शपथ लेंगे। राज्यपाल सी विद्यासागर राव
मुंबई [ओमप्रकाश तिवारी]। महाराष्ट्र में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फड़नवीस अपने छोटे मंत्रिमंडल के साथ शुक्रवार शाम को शपथ लेंगे। राज्यपाल सी विद्यासागर राव वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित भव्य समारोह में फड़नवीस और मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा का पूरा शीर्ष नेतृत्व मौजूद रहेगा। लेकिन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने के बाद पार्टी सांसद विनायक राऊत ने कहा कि शिवसेना इस समारोह से दूर ही रहेगी। वैसे भाजपा महासचिव राजीव प्रताप रूडी के अनुसार, 'शिवसेना से बातचीत चल रही है, लेकिन शुक्रवार तक गठबंधन को लेकर कोई फैसला नहीं हो सकता है। उम्मीद है जल्द बात बन जाएगी।'
उधर नई दिल्ली में फड़नवीस ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर अपने भावी मंत्रिमंडल के बारे में चर्चा की।भाजपा राज्य में अपने पहले मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह को ऐसे यादगार शो में तब्दील करना चाहती है, जिसे लोग लंबे समय तक भूल नहीं पाएं।
पार्टी नेताओं के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 1980 में मुंबई में ही भाजपा की स्थापना के समय कहा था, 'भारत के पश्चिम घाट को महिमा मंडित करनेवाले अरब सागर के किनारे खड़े होकर मैं ये भविष्यवाणी करने का साहस करता हूं कि अंधेरा छंटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा।' शायद यही कारण है कि अब भाजपा राज्य में अपने पहले मुख्यमंत्री के शपथ लेने के तुरंत बाद अरब सागर में एक बड़ा सा कमल खिलाकर वाजपेयी का वह सपना साकार करने जा रही है।
फड़नवीस के साथ जिन अन्य लोगों के मंत्री के रूप में शपथ लेने की संभावना है, उनमें एकनाथ खडसे, सुधीर मंगतीवार, विनोद तावडे और पंकजा मुंडे प्रमुख हैं। फड़नवीस मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या दस के करीब रहने की संभावना है। शपथ ग्रहण समारोह के लिए वानखेड़े स्टेडियम को सजाने-संवारने का काम मशहूर कला निर्देशक नितिन देसाई को सौंपा गया है।
शपथ ग्रहण के समय मंच पर छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक जैसा दृश्य उपस्थित करने की तैयारी की जा रही है। शपथ के लिए बनाए जा रहे 250 फुट लंबे एवं 40 फुट चौड़े अर्द्धचंद्राकार मंच पर भी महाराष्ट्र की प्राचीन संस्कृति, धरोहर एवं शिवाजी से जुड़ी यादों का समावेश किया जा रहा है। इन तैयारियों के लिए 700 से ज्यादा कारीगर पिछले तीन दिनों से दिन-रात काम कर रहे हैं।
राज्य सरकार की ओर से समारोह में शामिल होने के लिए कुल 2500 निमंत्रण भेजे गए हैं। भाजपा की ओर से भी बड़ी संख्या में निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। अतिविशिष्ट हस्तियों की उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा के लिए करीब 2000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। प्रधानमंत्री की उपस्थिति को देखते हुए एसपीजी ने पूरे क्षेत्र को एक दिन पहले से ही अपनी निगरानी में ले लिया है।
राकांपा ने की आलोचना
राकांपा ने महाराष्ट्र में पहली बार बनने जा रही भाजपा सरकार को बाहर से समर्थन देने की घोषणा भले कर रखी हो, लेकिन शपथ ग्रहण समारोह पर किए जा रहे खर्च को लेकर वह आलोचना करने में भी पीछे नहीं है। यह बात और है कि मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष शरद पवार ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए वानखेड़े स्टेडियम का भाजपा से किराया तक नहीं लिया है।
राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण समारोह पर हो रहे खर्च को लेकर व्यंग्यात्मक ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है, 'यही है पार्टी विथ ए डिफरेंस। जो कि राज्य में अब तक का सबसे भव्य शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन करने जा रही है।
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