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    बाजार में 344 कॉम्बिनेशन दवाओं की बिक्री बंद

    By Atul GuptaEdited By:
    Updated: Tue, 15 Mar 2016 09:17 AM (IST)

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश भर में तत्काल प्रभाव से 344 कंबिनेशन दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी है। इन फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन दवाओं में फेंसिडिल और कोरेक्स जैसे कफ सिरप भी शामिल हैं।

    नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश भर में तत्काल प्रभाव से 344 कंबिनेशन दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी है। इन फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (एफडीसी) दवाओं में फेंसिडिल और कोरेक्स जैसे कफ सिरप भी शामिल हैं। केंद्र की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है।

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    इसमें कहा गया है कि मानव स्वास्थ्य पर खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। इन कॉम्बीनेशन दवाओं के सुरक्षित विकल्प भी उपलब्ध हैं। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 344 से ज्यादा दवा कंपनियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किए गए थे।

    उन्हें विशेषज्ञ समिति के सामने अपने जवाब दलीलों के साथ पेश करने थे। इसके बावजूद कई दवा कंपनियों कोई जवाब देना तक मुनासिब नहीं समझा। केंद्र की ओर से नियुक्त इस विशेषज्ञ समिति ने पूरे मामले की गहन छानबीन की थी। इसके बाद ही समिति ने जनहित में इन दवाओं की बिक्री रोकने की सिफारिश की थी। मंत्रालय का यह भी कहना है कि कई एफडीसी बिना केंद्रीय दवा नियामक की मंजूरी के बनाई जाती हैं। इसके बजाय दवा कंपनियां किसी एक राज्य के दवा नियामक की मंजूरी लेकर अपनी दवा बाजार में उतार देती हैं।

    इन दवाओं में क्लोफेनिरामाइन मैलिएट और कोरेक्स व फेंसिडिल ब्रांड वाले कोडीन सिरप शामिल हैं। एबॉट लेबोरेटरीज फेंसिडिल का उत्पादन करती है। कोरेक्स दवा कंपनी फाइजर का लोकप्रिय ब्रांड है। सोमवार को एबॉट व फाइजर समेत कई कंपनियों ने प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री बंद करने की भी घोषणा कर दी।

    क्या है फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन

    फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन यानी दो या ज्यादा दवाओं को मिलाकर बनाई जाने वाली दवा होती है। इनकी पावरफुल एंटीबायोटिक के कॉम्बिनेशन की तरह बिक्री होती है। देश में एफडीसी से हजारों दवाएं तैयार होती हैं। एफडीसी से सबसे ज्यादा दर्द निवारक दवाएं बनती हैं।

    नुकसानदायक हैं एफडीसी दवाएं

    ज्यादा मात्रा में एंटीबायोटिक का इस्तेमाल शरीर के लिए खतरनाक होता है। इससे केंद्रीय तंत्रिका तंत्र प्रभावित होता है। ये दवाएं लीवर के लिए भी नुकसानदेह हैं। एफडीसी से तैयार एंटीबायोटिक के ज्यादा सेवन से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। आम डॉक्टर मरीजों को ऐसी दवाएं देते हैं। ये दवाएं केमिस्ट की दुकानों पर आसानी से मिल जाती हैं। कई देशों में एफडीसी दवाओं पर पहले से रोक लगी हुई है।

    फाइजर को कोरेक्स पर मिली राहत

    नई दिल्ली : फाइजर ने सोमवार की सुबह कोरेक्स की बिक्री बंद करने की घोषणा की, मगर बाद में दिल्ली हाई कोर्ट ने कंपनी की इस दवा की बिक्री के मामले में राहत दे दी। अदालत ने कोरेक्स के मामले में अधिसूचना पर अंतिम रोक लगाते हुए कहा कि सरकार कंपनी के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करे। कंपनी ने कोर्ट में दलील दी कि वह कोरेक्स की बिक्री पिछले 25 साल से कर रही है। मामले की अगली सुनवाई 21 मार्च को होगी।

    फैसले का कंपनियों पर असर

    सरकार की ओर से इन एफडीसी पर रोक लगाने के फैसले से दवा कंपनियों की बिक्री पर 1,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का असर पड़ने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह में फाइजर को अकेले कोरेक्स की बिक्री से 176 करोड़ रुपये की कमाई हुई है। पाबंदी की वजह से फाइजर का शेयर 8.67 फीसद लुढ़क गया। यह बीएसई पर 1760.80 रुपये पर बंद हुआ।

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