Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    एफटीआइएल को बेचनी पड़ेगी 2500 करोड़ की हिस्सेदारी

    By Edited By:
    Updated: Fri, 21 Mar 2014 09:38 AM (IST)

    सेबी की ओर से एफटीआइएल को स्टॉक एक्सचेंजों में हिस्सेदारी रखने के अयोग्य ठहराए जाने के बाद अब इसे पांच इकाइयों में अपनी करीब 2,500 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी बेचनी पड़ेगी। नियामक ने बुधवार को जिग्नेश शाह के नेतृत्व वाली एफटीआइएल को फिट एंड प्रॉपर नियमों के तहत अयोग्य घोषित किया था। फाइनेंशियल टेक्नोलॉज

    नई दिल्ली। सेबी की ओर से एफटीआइएल को स्टॉक एक्सचेंजों में हिस्सेदारी रखने के अयोग्य ठहराए जाने के बाद अब इसे पांच इकाइयों में अपनी करीब 2,500 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी बेचनी पड़ेगी। नियामक ने बुधवार को जिग्नेश शाह के नेतृत्व वाली एफटीआइएल को फिट एंड प्रॉपर नियमों के तहत अयोग्य घोषित किया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड (एफटीआइएल) को समूह के एमसीएक्स स्टॉक एक्सचेंज और प्रतिस्पर्धी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में अपनी हिस्सेदारी अगले तीन माह में बेचनी होगी। इसके अलावा दो निष्क्रिय एक्सचेंज- दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज (डीएसई) और वड़ोदरा स्टॉक एक्सचेंज (वीएसई) और एमसीएक्स-एसएक्स क्लियरिंग कॉरपोरेशन के शेयर भी बेचने पड़ेंगे।

    भावे का पलटवार : कहा, मूर्खतापूर्ण कार्रवाई कर रही है सीबीआइ

    सूत्रों के मुताबिक, एफटीआइएल के पास मौजूद इन पांचों कंपनियों के शेयरों की कीमत करीब 2,500 करोड़ रुपये है। बाजार के मौजूदा हालात में यह हिस्सेदारी बेचना काफी मुश्किल होगा। एफटीआइएल को सेबी की ओर से अयोग्य घोषित किए जाने के मसले पर स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि वह सेबी के आदेश का अध्ययन कर रही है।

    पढ़ें : मूर्ति आये और बड़े अधिकारी गये, इंफोसिस में एक और इस्तीफा

    एफटीआइएल के पास एमसीएक्स-एसएक्स के 2.71 करोड़ शेयर और 56.24 करोड़ ट्रांसफरेबल वारंट हैं। इसके अलावा कंपनी के पास एमसीएक्स-एसएक्स क्लियरिंग कॉरपोरेशन के 57.5 लाख शेयर, डीएसई के 14.96 लाख शेयर, वीएसई के 2.9 लाख शेयर और एनएसई के 10,000 शेयर मौजूद हैं। सेबी ने एफटीआइएल को इन सभी कंपनियों के शेयर 90 दिन के भीतर बेचने का निर्देश दिया है। नियामक ने यह आदेश एमसीएक्स-एसएक्स को वर्ष 2008 में लाइसेंस जारी किए जाने की प्रक्त्रिया पर जांच शुरू करने के फैसले के बाद दिया है। एफटीआइएल एमसीएक्स-एसएक्स की मूल प्रमोटर है, हालांकि बाद में यह एक्सचेंज की पब्लिक शेयर होल्डर बन गई थी।